संसद का मानसून सत्र आज से (21 जुलाई) शुरू हो चुका है और पहले ही दिन शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान को करारा जवाब था, जो आतंकी हमले और गतिविधियों में संलिप्त पाए गए है.
उन्होंने कहा कि जब तक सभी आतंकवादी पकड़े नहीं जाते और उन्हें फांसी नहीं दी जाती, तब तक असली न्याय और जश्न अधूरा है. एएनआई को दिए बयान में उन्होंने सरकार से आतंकियों को पकड़ने की मांग की है.
'भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया'
प्रियंका चतुर्वेदी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. इस ऑपरेशन के तहत वे खुद कई देशों में भारत का पक्ष रखने गई थीं. उन्होंने कहा, “भारत ने यह स्पष्ट किया है कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मैंने भी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की धरती से संचालित आतंकवादी गतिविधियों की बाते सामने रखी है.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जिन आतंकवादियों को अब तक नहीं पकड़ा गया है, उन्हें जल्द से जल्द पकड़ना और सजा दिलाना जरूरी है.
असली लक्ष्य है आतंकवाद की जड़ तक पहुंचना- प्रियंका चतुर्वेदी
उन्होंने सरकार से मांग की कि शहीदों के परिजनों को तभी न्याय मिलेगा जब सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा. उनके अनुसार, केवल ऑपरेशन या जवाबी कार्रवाई से संतोष नहीं किया जा सकता, बल्कि असली लक्ष्य है आतंकवाद की जड़ तक पहुंचना और हर दोषी को सजा दिलवाना. चतुर्वेदी ने संसद में भी यह मुद्दा उठाने की बात कही है ताकि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाए.