Maharashtra Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी कर दी है, जिसमें महाराष्ट्र की 20 सीटें शामिल हैं. इस बार बीजेपी ने कुछ सिटिंग सांसदों के टिकट काट कर नए चेहरों को मौका दिया है. इसी क्रम में बीड़ से प्रीतम मुंडे का टिकट काटा गया है और उनकी जगह राजनीतिक वनवास में रहीं उनकी बहन पंकजा मुंडे को चुनावी मैदान में उतारा है. 


बीजेपी नेतृत्व द्वारा बहन प्रीतम मुंडे का टिकट काटे जाने पर पंकजा मुंडे की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि कैंडिडेट लिस्ट में शामिल कर पार्टी ने उन्हें सम्मान दिया और इसके लिए वह बीजेपी की आभारी हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी बहन प्रीतम ने 10 साल बीड़ में बढ़िया काम किया और उनका टिकट कटने पर थोड़ा दुख है. 


'मेरी बहन को टिकट न देकर मुझे दिया'- पंकजा मुंडे
पंकजा मुंडे ने कहा, 'मैं सक्रिय राजनीति में पहले भी थी, आ भी हूं और आगे भी रहूंगी. अभी तक मैं संगठन का काम देख रही थी, कियोंकि 2019 के चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सकी थी. अब इस बीर बीजेपी की उम्मीदवार सूची में मेरा नाम भी शामिल है. यह सम्मान देने के लिए मैं बीजेपी की आभारी हूं. मेरी भावनाएं सम्मिश्र हैं, क्योंकि 10 साल तक मेरी बहन (प्रीतम मुंडे) सांसद के तौर पर बहुत ही बढ़िया काम कर रही थीं. हर सर्वे में आगे थीं और लोगों की इच्छा भी थी. लेकिन, अब पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर मुझे दिया है. इसलिए थोड़ा दुख तो होगा ही, यह प्राकृतिक है.'






मराठवाड़ा क्षेत्र में पंकजा मुंडे की अच्छी पकड़
पंकजा मुंडे महाराष्ट्र में एक बड़ा ओबीसी चेहरा हैं. और वंजारी समुदाय में अच्छी पकड़ रखती हैं. बीजेपी नेतृत्व की नजर में पंकजा मुंडे ओबीसी समुदाय से समर्थन जुटाने की क्षमता रखती हैं. वहीं, केवल बीड़ में ही नहीं बल्कि मराठवाड़ा की सात और लोकसभा सीटों पर भी उनका प्रभाव हो सकता है. 


यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election: पंकजा मुंडे को टिकट देने के पीछे क्या है BJP की रणनीति? समझें पूरा सियासी समीकरण