जातीय जनगणना के फैसले पर महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना का जो फैसला केंद्र सरकार ने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प से लिया है मैं उनका बहुत बहुत आभार व्यक्त करती हूं. बहुत सालों से इस देश के बहुत सारे नेता ये चाहते थे. 

पिता गोपीनाथ मुंडे का किया जिक्र

न्यूज़ एजेंसी IANS से बातचीत में महाराष्ट्र की मंत्री ने कहा, "इसमें एक नाम, मुझे अभिमान है कि मेरे पिता गोपीनाथ मुंडे का था. उन्होंने संसद में इस विषय को भी रखा था. उनका भाषण बहुत वायरल हो रहा है. उनकी याद सबको आ रही है. बहुत सारे नेताओं, बहुत सारे कार्यकर्ताओं और सोशल वर्कर्स की मांग को पीएम मोदी ने न्याय दिया है."

बता दें कि दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे महाराष्ट्र के पिछड़े वर्ग के बड़े नेता माने जाते थे. साल 2010 में लोकसभा में दिया उनका एक भाषण वायरल हो रहा है. इसमें वो कहते हैं, "जनगणना में ओबीसी की गिनती नहीं करना, ओबीसी के सोशल जस्टिस को नकारना है. सरकार सोशल जस्टिस नहीं देना चाहती...पिछले वर्गों के देशभक्ति पर आशंका जताना गलत है."

सोशल मीडिया पर किया ये पोस्ट

इससे पहले अपने सोशल मीडियो पोस्ट में उन्होंने लिखा, "त्रिवार स्वागत!! देशवासिंयो कि भावनाओं को प्राथमिकता देनेवाले हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री. नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज केंद्र सरकारने ने जातिगत जनगणना करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है! इस निर्णय का मैं स्वागत करती हूं."

पंकजा मुंडे ने आगे लिखा, "अनेक दशकोंसे जिस निर्णय के लिए लोकनेता स्व. गोपीनाथराव मुंडे जी समेत अनेक मान्यवरोंने, कई संस्था, संगठनों ने प्रयास किए वह निर्णय आज पूर्ण रूप लेने जा रहा है! इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्र सरकार का बहुत बहुत आभार!"