पालघर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने हेमंत विष्णु सावरा को दिया टिकट है. पालघर सीट का मामला बीजेपी और सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी के बीच में अटका हुआ था. आखिरकार बीजेपी इस सीट को अपने कोटे में लाने में कामयाब हुई. बड़ी बात ये है कि इस सीट से शिंगे गुट के ही मौजूदा सांसद हैं. यानी राजेंद्र गावित के हाथ खाली रह गए.


बीजेपी के कार्यकर्ता इस सीट से हेमंत सावरा को टिकट दिए जाने की वकालत कर रहे थे और इसी वजह से पार्टी ने उन्हें मैदान में उतारने का फैसला किया. हेमंत का इस सीट पर मुकाबला उद्धव ठाकरे की पार्टी के भारती कदम से होगा.


पालघर से उम्मीदवार के ऐलान के साथ ही बीजेपी ने महाराष्ट्र की 28 सीटें अपने कोटे में लाने में कामयाब हो गई है. इससे पहले बीजेपी 27 सीटों पर सहमत हो गई थी.वहीं, अजित पवार की एनसीपी चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है. शिंदे गुट के कोटे में 15 सीटें आई हैं. 


बुधवार को शिंदे गुट ने कल्याणा, ठाणे और नासिक सीट पर उम्मीदवार उतारे थे. बीजेपी ठाणे सीट से भी उम्मीदवार उतारना चाहती थी. ठाणे से शिंदे गुट ने नरेश महस्के को मैदान में उतारा है. ठाणे से हेमंत गोडसे और कल्याण सीट से सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे उम्मीदवार बने हैं.


पालघर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. सांसद के निधन के बाद हुए उपचुनाव में भी पार्टी को जीत हासिल हुई थी. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राजेंद्र गावित अविभाजित शिवसेना के टिकट पर लड़े थे और जीत हासिल की थी. जब शिवसेना में फूट पड़ी तब गावित ने एकनाथ शिंदे के साथ जाने का फैसला किया. 


शुक्रवार (3 मई) को पालघर सीट पर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है. बता दें कि महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में चुनाव हो रहा है. दो चरण के चुनाव हो चुके हैं. नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.


Lok Sabha Election: CM शिंदे के कैंडिडेट के बाद BJP खेमे में भारी असंतोष, पार्टी पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा