Mumbai: शिवसेना (ShivSena) नेता उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को उनके नेता लगातार झटके दे रहे हैं. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के बगावत कर मुख्यमंत्री बनने के बाद से कई नेता उद्धव का साथ छोड़ चुके हैं. शिवसेना नेताओं ने उन्हें एक झटका और दिया है. पार्टी के 12 राज्यों के प्रमुखों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाले गुट को समर्थन दिया है. 


महाराष्ट्र में बगावत


महाराष्ट्र में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना ने पारंपरागत सहयोगी बीजेपी से अलग हो गई थी. उसका कहना था कि बीजेपी अपने उस वादे से मुकर रही है, जिसमें दोनों दलों के बीच बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद को साझा करने की बात कही गई थी. हिंदुत्व की राजनीति करने वाले इन दोनों दलों के संबंध उस समय और बिगड़ गए उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. उसने इन दलों के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी नाम से गठबंधन भी बना लिया. 


इस साल जून में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों ने बगावत कर दी. इसके बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के सहयोग से अपनी सरकार बना ली थी. इसके बाद से ही शिवसेना के दोनों धड़ों में पार्टी को लेकर खींचतान चल रही है. पार्टी और चुनाव चिन्ह पर किसका अधिकार होगा, यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. 


देवेंद्र फणडवीस का उद्धव ठाकरे पर निशाना


अभी पिछले ही हफ्ते महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि उद्धव ठाकरे की नेतृत्व का तरीका ही पार्टी में हुई फूट के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था," महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट और हार के लिए केवल उद्धव ठाकरे जिम्मेदार हैं. करीब 30-40 विधायकों ने एमवीए गठबंधन छोड़ दिया और उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उद्धव जी अपने भाषणों में कहा करते थे,'आप मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर सकते हैं.' मैंने कहा-'एक दिन आपकी सरकार गिर जाएगी और आपको इसका एहसास भी नहीं होगा' और ठीक ऐसा ही हुआ.''


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