Maharashtra: एनसीपी-एसपी की सांसद सुप्रिया सुले ने मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी और पश्चिम बंगाल हिंसा पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि 'मैं इसका स्वागत करती हूं. देर से ही सही, लेकिन न्याय की शुरुआत हुई है.' उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में सबसे पहले गरीबों, ईमानदार टैक्सपेयर्स और मेहनतकश लोगों का पैसा वापस किया जाए. जो लोग मेहनत और खून-पसीने की कमाई करते हैं, उनका पैसा पहले लौटाना चाहिए. उसके बाद सरकार मेहुल चौकसी या अन्य के खिलाफ जो कार्रवाई चाहे करे.
इसके अलावा वक्फ कानून को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर उन्होंने कहा, "ये वहां की राज्य सरकार का विषय है, जब वक्फ बिल को लेकर डिस्कशन चल रहा था, हमने सरकार से तब भी कहा था कि जल्दबाजी न करें. जेपीसी बनी थी, तब भी काफी लड़ाई हुई थी. सरकार एक बार और एक्सटेंशन दे देती, इतनी जल्दी क्या थी"
हड़बड़ी करनी की जरूरत नहीं थी- सुप्रिया सुले
सुले ने कहा, "हमारी सरकार से यही विनती थी कि आप डराइये और धमकाइये नहीं, लोगों को विश्वास में लीजिए, जैसे वन नेशन, वन इलेक्शन की कमेटी है, वहां पर बहुत अच्छी चर्चा होती है. हड़बड़ी करनी की जरूरत नहीं थी."
अंबेडकर जयंती पर क्या बोलीं सुप्रिया सुले?
इससे पहले सुप्रिया सुले ने 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी. पुणे में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बाबा साहेब के योगदान को याद किया. उन्होंने बताया कि बाबा साहेब और उनकी टीम द्वारा बनाया गया संविधान आज भारत को एक मजबूत लोकतंत्र देता है.
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाई, लेकिन यह देश कैसे चलेगा, इसका रास्ता बाबा साहेब ने अपने संविधान के जरिए दिखाया. उनके विचारों से हम आज भी प्रेरणा लेते हैं और आगे बढ़ रहे हैं.उन्होंने कहा कि सुले ने बाबा साहेब को देश की एकता और लोकतंत्र की नींव रखने वाला महान व्यक्तित्व बताया.