पुणे की खडकवासला विधानसभा सीट पर शुक्रवार (25 जुलाई) को ईवीएम की जांच और री वेरिफिकेशन की प्रक्रिया रोक दी गई. ये तब हुआ जब एनसीपी (एसपी) के उम्मीदवार सचिन डोडके ने वीवीपैट (VVPAT) पर्चियों की गिनती की मांग को लेकर आपत्ति जताई.
डोडके ने नवंबर 2024 चुनाव में बीजेपी के भीमराव तापकीर से हार के बाद चुनाव आयोग से दो केंद्रों पर EVM और VVPAT की जांच की मांग की थी. हालांकि निर्वाचन अधिकारी यशवंत माने ने कहा कि प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और डोडके द्वारा वीवीपैट गिनने की मांग स्वीकार्य नहीं है.
उम्मीदवार की आपत्ति और मांग
सचिन डोडके का कहना है कि EVM की जांच के दौरान उन्हें केवल मशीन पर अंतिम परिणाम दिखाया गया, जबकि उन्होंने उम्मीद की थी कि VVPAT की पर्चियों की भी गिनती की जाएगी. पीटीआई के अनुसार, उन्होंने प्रक्रिया पर आपत्ति जताते हुए उसे रोक दिया और एक आवेदन देकर मांग की कि वीवीपैट पर्चियों की गिनती की जाए. डोडके ने कहा, "अगर चुनाव आयोग हमारी मांग नहीं मानता, तो हम कोर्ट का रुख करेंगे."
निर्वाचन अधिकारी की सफाई
चुनाव अधिकारी माने के अनुसार, डोडके की मांग पर दो केंद्रों की ईवीएम मशीनों की 'बर्न्ट मेमोरी' जांच के लिए निकाली गई थी. जांच प्रक्रिया में उम्मीदवार की उपस्थिति में मशीन की मेमोरी और नतीजों को दिखाया गया. माने ने बताया कि अगला चरण मॉक पोल करके VVPAT पर्चियों की गिनती करना था, जिसके लिए मशीन का डेटा मिटाना जरूरी होता है. लेकिन डोडके ने EVM का डेटा मिटाने की अनुमति नहीं दी, जिससे मॉक पोल संभव नहीं हो सका और प्रक्रिया वहीं समाप्त मानी गई.
वीवीपैट दोबारा गिनने पर स्थिति स्पष्ट
डोडके द्वारा VVPAT की दोबारा गिनती की मांग पर माने ने कहा कि वोटों की गिनती के दिन पहले ही रैंडम वीवीपैट गिनती की जा चुकी है. ऐसे में इसे फिर से गिनने का कोई औचित्य नहीं है। शुक्रवार को की गई प्रक्रिया केवल ईवीएम की स्थिति जांचने और उसमें छेड़छाड़ नहीं हुई है, यह सुनिश्चित करने तक सीमित थी.