NCP Party Symbol Name Row: भारत निर्वाचन आयोग ने अजित पवार गुट को 'असली' एनसीपी के रूप में मान्यता दे दी है और उन्हें पार्टी का सिंबल 'घड़ी' भी दे दिया है. लगभग 6 महीने से ज्यादा समय तक चली 10 सुनवाई के बाद यह फैसला आया. इस फैसले को दिग्गज नेता शरद पवार और उनके समर्थकों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. इस फैसले से एक तरफ जहां अजित खेमे में खुशी का माहौल है तो दूसरी तरफ शरद गुट में आक्रोश है. चुनाव आयोग के फैसले की महाविकास अघाड़ी ने आलोचना की है. अब अजित गुट के सांसद प्रफुल्ल पटेल की तरफ से भी एक बड़ा बयान सामने आया है.
क्या बोले सांसद प्रफुल्ल पटेल?अजित गुट के पक्ष में चुनाव आयोग का फैसला आने के बाद राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा, "चुनाव आयोग ने फैसला किया है कि NCP अजित पवार के साथ रहेगी. अगर किसी को इस पर आपत्ति है तो वह न्यायपालिका का रुख कर सकता है. लेकिन हमारा मानना है कि अजित पवार गुट को असली NCP घोषित करने का चुनाव आयोग का फैसला सही है."
शरद गुट को अब सुप्रीम कोर्ट से आखिरी उम्मीदचुनाव आयोग के फैसले के बाद शरद गुट अब सुप्रीम कोर्ट जाने की प्लानिंग कर रहा है. एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि यह "लोकतंत्र की हत्या" है, क्योंकि चुनाव आयोग ने विधायकों की संख्या के आधार पर अपना फैसला सुनाया है, मगर "इसके पीछे 'अदृश्य शक्ति' की मौजूदगी है." उन्होंने कहा, “हम चुनाव आयोग के फैसले से बिल्कुल भी हैरान नहीं हैं. इसने अन्यायपूर्वक पार्टी (एनसीपी) को उसके संस्थापक (शरद पवार) से छीन लिया है. हम न्याय पाने के लिए ईसीआई के फैसले को पूरी ताकत के साथ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे." महाराष्ट्र एनसीपी-एसपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि पार्टी चुनाव आयोग के फैसले को बुधवार को शीर्ष अदालत में चुनौती देगी.