राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को रत्नागिरी की अपनी यात्रा के दौरान कहा कि कोंकण क्षेत्र में प्रस्तावित रिफाइनरी परियोजना पर स्थानीय लोगों से परामर्श करने और उनकी सहमति मिलने के बाद ही काम शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा, सीएम ने पीएम को पत्र लिखकर नानार रिफाइनरी परियोजना का स्थान बदलने का अनुरोध किया है. सीएम ने अपने पत्र में इस परियोजना के लिए वैकल्पिक स्थलों का सुझाव दिया है. शिवसेना का स्पष्ट रुख है कि जहां लोग इस परियोजना का विरोध करते हैं वहां नानार परियोजना स्थापित नहीं की जाएगी.''
वहीं, केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कथित तौर पर कहा था कि परियोजना का काम फिर से शुरू होने की उम्मीद है, क्योंकि महाराष्ट्र सरकार इस बारे में अपना रुख बदल रही है.
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Nanar Refinery Project: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर रत्नागिरी में प्रस्तावित कई अरब डॉलर की रिफाइनरी परियोजना को तटीय जिले में किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.
परियोजना को रत्नागिरी जिले के नानार में बनाने का प्रस्ताव है, लेकिन स्थानीय संगठनों और राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना के विरोध के कारण इसका काम फिलहाल रुका है. अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने जनवरी में प्रधानमंत्री को रिफाइनरी परियोजना को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने के संबंध में एक पत्र लिखा था.’’
लगभग 60 अरब डॉलर की परियोजना का निर्माण ‘सऊदी अरामको’ और संयुक्त अरब अमीरात की ‘अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी’ (एडीएनओसी) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाना है. रत्नागिरी के जैतापुर में 9,000 मेगावाट से अधिक का एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी स्थापित किया जाना है.