Nagpur Violence: नागपुर में कर्फ्यू वाले सभी स्थानों से संचार प्रतिबंध पूरी तरह से हटाया जा रहा है. नागपुर पुलिस के सूत्रों के अनुसार, जल्द ही इसके लिए आधिकारिक निर्देश जारी किए जाएंगे. तहसील, कोतवाली, गणेशपेठ और यशोधरा, चारों पुलिस थानों के अंतर्गत आने वाले इलाकों में कर्फ्यू पूरी तरह से हटा लिया जाएगा. यह निर्देश पुलिस कमिश्नर डॉ. रविन्द्र सिंघल ने जारी किए हैं.
नागपुर में हिंसा के बाद 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था और इंटरनेट सेवा भी प्रतिबंधित कर दी गई थी. हालांकि गुरुवार को दो थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा दिया गया था. जिसके बाद सोमवार को भी नौ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू का असर देखा गया है. इनमें गणेशपेठ, कोतवाली, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, इमामवाड़ा और यशोधरानगर शामिल हैं.
अब तक 100 से ज्यादा गिरफ्तारियां
नागपुर पुलिस ने अब तक 105 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है जिनमें नाबालिग भी शामिल हैं. नागपुर में धार्मिक पुस्तक जलाए जाने की अफवाह के बाद 17 मार्च को उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया था. आम लोगों को सड़कों पर निशाना बनाया गया था तो मकानों, दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था.
उपद्रवियों को रोकने आई पुलिस पर भी हमला हुआ था. उन्होंने एक पुलिसकर्मी पर कुल्हाड़ी से वार किया था. 30 से अधिक पुलिसकर्मियों को चोटें आई थीं.पुलिस ने मामले में तीन नई एफआईआर दर्ज की है.
दंगाइयों से नुकसान की होगी भरपाई- सीएम फडणवीस
यह हंगामा औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर बजरंग दल और वीएचपी के प्रदर्शन के बाद हुआ था. सत्तारूढ़ महायुति की घटक शिवसेना की मांग है कि जो भी दोषी हैं उनके मकानों को सील किया जाए और बुलडोजर एक्शन हो. वहीं, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी साफ कर दिया है कि नागपुर में जो भी क्षति हुई है उसकी भरपाई दंगे में शामिल लोगों से की जाएगी. सीएम फडणवीस ने कहा कि दंगे के दौरान हुई क्षति का पूरी लागत का अनुमान लगाने के बाद दंगाइयों से उसका हर्जाना लिया जाएगा. उनकी संपत्तियों को बेचा जाएगा.