महाराष्ट्र के कई शहरों में औरंगजेब की कब्र को लेकर प्रदर्शन हुआ. लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान हुआ नागपुर को झेलना पड़ा. कुछ मुट्ठी भर लोगों ने मिलकर भीड़ को ऐसा भड़काया कि सैकड़ों लोगों ने कई घंटों तक जमकर उत्पात मचाया. गाड़ियों, दुकानों और मकानों में आग लगा दी. अब इस हिंसा के पीछे के चेहरे सामने आने लगे हैं. जांच में एक और चेहरे से नकाब हट चुका है. हमीद इंजीनियर नाम के शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

17 मार्च की रात नागपुर में हुई हिंसा को लेकर रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस सुरागों की सीढ़ी बनाकर उन चेहरों तक पहुंच रही जिन्होंने नागपुर को जलाने की प्लानिंग की. दंगे के सौ से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. सीसीटीवी और बाकि सबूतों के आधार पर बाकियों की तलाश जारी है. नागपुर पुलिस की कई टीम लगातार एक्शन में है. 

कौन है हमीद इंजीनियर?

हमीद इंजीनियर माइनरिटीज डेमोक्रैटिक पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष है. हमीद पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया के माध्यम से हिंसा की साजिश रची. आरोप है कि जिस दिन हिंसा हुई उस दिन हमीद लोगों में डर पैदा करने वाले बयान दे रहा था. उन बयानों को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. इतना ही नहीं इन्हीं बयानों का हवाला देकर लोगों से चंदा भी मांग गया.

हमीद इंजीनियर उसी पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष है जिसका एक नेता पहले से पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. बताया जा रहा है कि हमीद का साथी फहीम ही नागपुर दंगे का 'मास्टरमाइंड' था जिसने दंगों से चंद घंटे पहले भीड़ को उकसाया. थाने के सामने नाबालिगों को भी इकट्ठा किया. इससे धार्मिक भावनाएं भड़कीं.

फहीम को हमीद ने बताया था बेकसूर

फहीम खान की गिरफ्तारी पर हमीद इंजीनियर ने सवाल उठाए थे. 19 मार्च को एबीपी न्यूज से खास बातचीत में हमीद इंजीनियर फहीम खान को बेकसूर बता रहा था. उसने कहा था, "ये सरासर गलत है. ये टोटली रॉग्न है. फहीम खान ने कुछ भी नहीं किया. फहीम खान को टारगेट किया जा रहा है."

पुलिस जुटा रही पुख्ता सबूत

फहीम को बेकसूर बताने वाला हमीद अब खुद सवालों के घेरे में है. पुलिस इसके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटा रही है जिससे साफ हो जाएगा कि आखिर माइनरिटीज डेमोक्रैटिक पार्टी के दोनों नेताओं ने मिलकर नागपुर को जलाने की किस हद तक प्लानिंग की थी?