मुंबई किडनैपिंग केस में बच्चों के साथ बंधक रही महिला अस्पताल में भर्ती, सुनाई आपबीती
Mumbai Hostage Case: मुंबई के पवई इलाके में RA स्टूडियो में बच्चों के साथ बंधक बनाई गई महिला ने बताया कि रोहित आर्या ने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि किडनैपिंग भाग दौड़ वाला शूट करना है.

मुंबई के पवई इलाके में RA स्टूडियो में हुए ऑडिशन के नाम पर किडनैपिंग में कोल्हापुर के रहने वाले सचिन जाधव की बेटी और सासु मां मंगला पाटनकर भी बंधक थी. मंगला पाटनकर का पवई इलाके में स्थित निराली अस्पताल में इलाज चल रहा है. उनकी तबीयत स्थिर है और जल्द ही अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा. पीड़िता ने किडनैपिंग के दौरान की पूरी डरावनी कहानी बयां की. पुलिस ने मंगला पाटनकर का बयान भी दर्ज कर लिया है.
सचिन जाधव ने एबीपी न्यूज़ को बताया, ''हम कोल्हापुर से आए हैं. मेरी बेटी चाइल्ड आर्टिस्ट है और स्कूल के जरिए हमें बताया गया था कि एक ऐसी वेब सीरीज हो रही है, जिसकी शूटिंग के लिए कुछ बाल कलाकार चाहिए, इसलिए हम यहां आए थे. पिछले 5 दिनों से शूटिंग चल रही थी कल अचानक उसने बंधक बना लिया, हमने पूछा कि क्या चाहिए तब उसने कहा कि एक दो करोड़ रुपए चाहिए.''
बंधक महिला ने बताई किडनैपिंग की पूरी कहानी
सचिन जाधव की सासु मां मंगला पाटनकर ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, ''हम लोग कोल्हापुर से आए हैं. 4 दिन से शूटिंग चल रही थी. रोहित आर्या अच्छे से बात कर रहा था. मैं लड्डू खा रही थी मुझे कहा मौसी मुझे भी लड्डू दीजिए. कल (30 अक्टूबर) उसने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि किडनैपिंग भाग दौड़ वाला शूट करना है. रोहित ने रॉकेल (मिट्टी का तेल) केन, पटाखे लाए थे. उसने कहा कि सीन के लिए लाए हैं और परसों उसने लाइट लगाने के लिए सीसीटीवी बंद कर दिए और सीसीटीवी के जगह लाइट लगा दी.''
'रोहित आर्या के हाथ में गन थी'
उन्होंने कहा, ''बच्चे बता रहे थे उसके हाथ में गन थी और बार-बार गन दिखा रहा था. चार बच्चों को ऊपर ले जाकर और शटर बंद करके दो बड़े लॉक लगा दिए. शटर के अंदर बैनर लगाकर उसने पैक कर दिया ताकि बाहर से अंदर और अंदर से बाहर कोई आ जा ना सके. मुझे और बाकियों को हमेशा स्टूडियो के बाहर बैठाता था, कल उसने किसी को बाहर नहीं बैठने दिया.''
मुझे और बच्चों को स्टूडियो में ले गया- पाटनकर
मंगला पाटनकर ने ये भी कहा, ''गुरुवार (30 अक्टूबर) को उसने मुझे और बच्चों को स्टूडियो में ले गया और कहा कि बच्चों को कहीं जाने मत दीजिएगा और उन पर ध्यान रखिएगा. थोड़े-थोड़े बच्चे अंदर लिए, बच्चों से कहा कि डर - डर के चलिए मैं शूटिंग कर रहा हूं पर वो वीडियो शूटिंग नहीं कर रहा था. थोड़ी देर बाद मुझे कहा कि बाकी बच्चों को लेकर ऊपर आ जाओ, उन बच्चों में मेरी नातिन भी थी.''
पीड़ित महिला का बड़ा दावा
पीड़ित महिला ने दावा करते हुए आगे कहा, ''रोहित आर्या के साथ एक काला आदमी और सारी टीम शामिल है. प्रियंका नाम की एक लड़की जिससे मैंने पूछा कि लोग नीचे क्यों चिल्ला रहे हैं? तब उसने कहा कि शूटिंग चालू है. मुझे लगता है वह भी शामिल है. एक लंबा चौड़ा आदमी वीडियो शूटिंग कर रहा था, ऐसा दिखता था पर वीडियो शूटिंग नहीं करता था. बच्चों को सिर्फ खेलने के लिए कहता था, पूछते थे कि ऐसी कैसी शूटिंग है.''
Source: IOCL






















