Maharashtra News: केंद्र को महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुंबई सेंट्रल टर्मिनस (Mumbai Central Terminus) का नाम नाना शंकरशेठ (Nana Shankarsheth) के नाम पर रखने का प्रस्ताव मिला है लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लोकसभा को आज इस बारे में सूचित किया गया. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि ऐसे मामलों में निर्णय विभिन्न सरकारी एजेंसियों की सिफारिश और अन्य प्रासंगिक कारकों पर विचार करने के बाद लिया जाता है.


लोकसभा में दिए एक लिखित जवाब में नित्यानंद राय ने कहा कि केंद्र को महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुंबई सेंट्रल टर्मिनस का नाम नाना शंकरशेठ के नाम पर रखने का प्रस्ताव मिला है, लेकिन ऐसे मामलों में निर्णय विभिन्न सरकारी एजेंसियों और अन्य प्रासंगिक कारकों की सिफारिश पर विचार करने के बाद लिया जाता है.


'शंकरशेठ प्रतिष्ठान से नहीं मिली कोई प्रस्ताव'
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को इस संबंध में मुंबई के नामदार जगन्नाथ (नाना) शंकरशेठ प्रतिष्ठान से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. बता दें कि 19वीं सदी में ठाणे में जन्मे शिक्षाविद् नाना शंकरशेठ को मुंबई के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है.


क्या है स्टेशनों के नाम बदलने की प्रक्रिया
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय रेल मंत्रालय, डाक विभाग और भारतीय सर्वेक्षण विभाग से अनापत्ति प्राप्त करने के बाद किसी भी स्थान या स्टेशन का नाम बदलने के लिए अपनी सहमति देता है. इन संगठनों को यह पुष्टि करनी होगी कि उनके रिकॉर्ड में प्रस्तावित नाम के समान नाम वाला कोई शहर या गांव तो नहीं है.
 
राज्य या गांव का नाम बदलने के लिए अपनाई जाती है ये प्रक्रिया
अधिकारियों ने कहा कि किसी राज्य का नाम बदलने के लिए संसद में साधारण बहुमत से संविधान में संशोधन की आवश्यकता होती है. वहीं किसी गांव या कस्बे या स्टेशन का नाम बदलने के लिए एक कार्यकारी आदेश की जरूरत होती है.


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