मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाया जा रहा है. इस बीच मुंबई के 'छोटू चाय वाला' की प्रतिक्रिया सामने आई है. छोटू चाय वाला का असली नाम मोहम्मद तौफीक है. इनकी सतर्कता की वजह से बड़ी संख्या में लोग मुंबई आतंकी हमले का शिकार होने से बच गए थे. 

अमेरिका के राष्ट्रपति का किया धन्यवाद

न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में उन्होंने कहा, "मैं सबसे पहले ट्रंप जी और अमेरिका की सरकार का धन्यवाद करना चाहता हूं कि इतने बड़े मास्टर माइंड को इंडिया को सौंप दिया. लेकिन इंडिया का काम क्या है. अजमल कसाब के जैसा अंडा सेल, बिरयानी इतना सेवा देने की जरूरत नहीं है. इसके लिए एक अलग से कानून बनाना चाहिए आतंकवादी लोगों को लिए. एक सिस्टम बनना चाहिए कि दो से तीन महीने में फांसी दे देना चाहिए या बीच रास्ते पर गोली मार दिया जाए."

बिरयानी खिलाना पैसा वेस्ट है- छोटू चाय वाला

छोटू चाय वाला ने आगे कहा, "उनको लाकर बिरयानी खिलाओ, करोड़ों रुपये खर्चा करो, ये पैसा वेस्ट है. वो आ रहा है तो कोई मेहरबानी नहीं कर रहा है. हमारे देश में आकर आंतकवादी हमला किया, कितने लोगों की जान ली. मैं दुबई और सउदी के बारे में सुनता हूं कि चोरी पर हाथ काट दिया जाता है, यहां भी आतंकवादी के लिए सिस्टम बनना चाहिए. फास्ट ट्रैक में केस चलना चाहिए."

'मैंने वो दिन देखा है'

इसके साथ ही उन्होंने कहा, "मैंने वो दिन देखा है कि कितने लोग मरे. बकरीद का त्यौहार था, कितने लोग बेघर हो गए. किसी के मां-बाप गए, किसी के भाई गए, किसी की बहन चली गई. सरकार अपना काम कायदे से करे. पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति से रिक्वेस्ट करता हूं कि 15 दिन के अंदर मिल जाए (फांसी) तो बहुत अच्छी बात है. अगर बीच पब्लिक में दिया तो पाकिस्तान के आतंकवादियों में डर पैदा होगा." 

'जब फांसी हो जाएगी तब पटाखे फोड़ूंगा'

मोहम्मद तौफीक ने कहा कि 16-17 साल हो गए. पैसा (मुआवजा) देने से कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा, "ज्यादा दिन मत रखो. ज्यादा टाइम वेस्ट मत करो. जब उसे फांसी दे दिया जाएगा तब खुशी मनाएंगे, पटाखे फोड़ेंगे. हर एक को इंसाफ मिलेगा. अभी तक इंसाफ नहीं मिला है."