Maharashtra News: होली-ईद से पहले मिलावटखोर एक्टिव हो गए हैं. त्योहारों पर जमकर मिलवटखोरी की जाती है. मिलावटखोरों के लिए त्योहार कमाई का जरिया बनते हैं. महाराष्ट्र में पनीर के नाम पर एनालॉग या सिंथेटिक पनीर बेचे जाने का मामला सामने आया है. त्योहार से पहले मिलावटखोर असली पनीर के नाम पर सिंथेटिक पनीर बेच रहे हैं. बीजेपी विधायक विक्रम पाचपुते ने कहा कि नकली पनीर का मुद्दा विधानसभा में उठाएंगे. बता दें कि देखने में सिंथेटिक पनीर असली पनीर जैसा लगता है.
नकली और असली में फर्क करना मुश्किल हो जाता है. विधायक विक्रम पाचपुते की शिकायत के बाद महाराष्ट्र में कई जगहों पर एफडीए ने छापेमारी की थी. छापेमारी में लाखों रुपये का एनालॉग पनीर जब्त किया गया था. कारोबारी असली पनीर के रूप में बेच रहे थे. बीजेपी विधायक विक्रम पाचपुते असली पनीर और सिंथेटिक पनीर लेकर विधानभवन पहुंचे. उन्होंने असली पनीर और नकली पनीर दिखाते हुए दोनों का अंतर बताया. सिंथेटिक पनीर से स्वास्थ्य को नुकसान होता है.
होली-ईद से पहले मिलावटखोरी
उन्होंने बताया कि असली पनीर प्रोटीन का अच्छा स्रोत है. एनालॉग पनीर एक तरह से तेल का गोला होता है जिसे वेजिटेबल ऑयल्स से बनाया जाता है. बीजेपी विधायक ने बताया कि एनालॉग पनीर बनाने में डेयरी प्रोडक्ट का इस्तमाल नहीं होता है. बावजूद इसके कई दुकानदार एनालॉग पनीर को असली पनीर के नाम पर बेचते हैं.
असली पनीर के नाम पर खेल!
उन्होंने बताया कि असली पनीर की कीमत 400 रुपये प्रति किलो होती है. दूसरी तरफ नकली पनीर मात्र 200 250 रुपये में खरीदा जा सकता है. बता दें कि एनालॉग पनीर बेचना गुनाह नहीं है लेकिन एनालॉग पनीर को असली पनीर बताकर बेचना गुनाह है. विधायक विक्रम पाचपुते की शिकायत के बाद एफडीए की छापेमारी हुई थी. छापेमारी में लाखों रुपये का एनालॉग पनीर जब्त किया गया था.
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