Maharashtra News: मुंबई (Mumbai) देश के उन बड़े शहरों में है जहां अक्टूबर और नवंबर के महीने में वायु प्रदूषण (Air Pollution) का स्तर बढ़ गया है. प्रदूषण की बढ़ती चिंताओं के बीच महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) ने बड़ा कदम उठाया है. प्रदूषण रोकने के लिए एमपीसीबी ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), टाटा पावर और कुछ अन्य कंपनियों को अपने उत्पादन में 50 प्रतिशत की कटौती करने के लिए कहा है. यह जानकारी खुद बोर्ड ने दी है. 


बोर्ड का कहना है कि इस निर्देश का उद्देश्य प्रदूषण पर रोक लगाना है. एमपीसीबी ने इस संबंध में बुधवार को एक प्रेस रिलीज जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि बोर्ड ने 27 अक्टूबर को एचपीसीएल, टाटा पावर, माहुल में एजिस लॉजिस्टिक्स और मुंबई के अंबापाड़ा स्थित सीलॉर्ड कंटेनर्स लिमिटेड को नोटिस जारी किया है. उन्हें उत्पाद में कटौती करने कहा गया है. 


इन दो कंपनियों का बैंक गारंटी हुई जब्त
एमपीसीबी ने बड़ा कदम उठाते हुए एजिस लॉजिस्टिक्स की 10 लाख रुपये और सीलॉर्ड कंटेनर्स की 5 लाख रुपये की बैंक गारंटी भी जब्त कर ली है. बता दें कि बुधवार को चेंबूर में मौजूद राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (RCF) को भी इसी तरह का नोटिस भेजा गया था, जिसमें कड़े दिशानिर्देश दिए गए थे. बोर्ड ने मुंबई में दो रेडी-मिक्स कंक्रीट (RMC) संयंत्रों को भी बंद कर दिया. दरअसल, 10 दिन पहले ही बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कंपनियों को मानक संचालन प्रक्रिया जारी किया था जिसके बाद एमपीसीबी की तरफ से यह कार्रवाई की गई है.


बीएमसी ने एमपीसीबी को दी है यह जिम्मेदारी
बीएमसी ने अपने वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना में कहा है कि एमपीसीबी एक महीने तक नियमित रूप से भारत पेट्रोलियम (BPCL), एचपीसीएल, आरसीएफ, टाटा पावर और आसपास के एमआईडीसी में अन्य उद्योगों से होने वाले उत्सर्जन की निगरानी करेगा. जो कंपनियां नियमों का पालन नहीं करती है, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करेगा.


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