Maratha Reservation: मराठा आरक्षण के मुद्दे को उजागर करने के लिए राज्य का दौरा कर रहे मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे-पाटिल को बुधवार को संभाजीनगर में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सूत्रों के मुताबिक, जरांगे-पाटिल मराठवाड़ा क्षेत्र में धाराशिव का दौरा कर रहे थे, जहां उन्होंने येदेश्वरी मंदिर का दौरा किया. बाद में जब वह अपने निर्धारित कार्यक्रमों के साथ आगे बढ़े तो उन्होंने बेचैनी की शिकायत की. उन्हें जल्द ही संभाजीनगर के गैलेक्सी अस्पताल ले जाया गया. जरांगे-पाटिल मराठा आरक्षण मुद्दे को उजागर करने के लिए मराठवाड़ा क्षेत्र का बड़े पैमाने पर दौरा कर रहे हैं.


मनोज जरांगे गैलेक्सी हॉस्पिटल में भर्ती
महाराष्ट्र में मनोज जरांगे लगातार मराठा आरक्षण की मांग कर रहे हैं. मराठा आरक्षण की मांग को लेकर वो कई अनशन भी कर चुके हैं. इस वक्त वो कई इलाकों में जाकर लोगों से मिलकर बातचीत कर रहे हैं. मनोज जरांगे के प्रयासों से ही महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को आरक्षण देने वाला कानून लागू हुआ. लेकिन मनोज जरांगे कुछ और ही मांग कर रहे हैं.


मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मनोज जरांगे राज्य के विभिन्न हिस्सों में जाकर मराठा समुदाय के नागरिकों को समझा रहे हैं. बीड दौरे के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. छत्रपति संभाजीनगर के गैलेक्सी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है.


पिछले साल 17 दिनों के अनिश्चितकालीन अनशन और विरोध के बाद उन्होंने राज्य सरकार को मराठा समुदाय को आरक्षण देने का अल्टीमेटम दिया था. इस साल फरवरी में राज्य सरकार ने मराठों को 10 फीसदी आरक्षण की पेशकश की थी. मनोज जरांगे 10 प्रतिशत कोटा से खुश नहीं हैं. वह यह भी चाहते हैं कि सरकार 'सेज सोयर' पर मसौदा अधिसूचना लागू करे, जिसमें मराठों के रक्त संबंधियों को कुनबी प्रमाणपत्र देना शामिल है ताकि उन्हें ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण मिल सके.


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