Maharashtra News: महाराष्ट्र में चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक शख्स ने उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय में क्लास वन अधिकारी होने का दावा करके एक हीरा व्यापारी से लगभग 2 करोड़ 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी की. इस मामले ने व्यापारियों और जनता में भारी चिंता पैदा कर दी है.

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बनावट और साजिश के जरिए धोखाधड़ी

पुलिस के अनुसार, वैभव ठाकुर नाम के शख्स ने उत्तराखंड, गोवा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों के साथ करीबी संबंध होने का दावा किया और सोना, नकद, हीरे और अन्य कीमती आभूषण लेकर व्यापारियों को चूना लगाया. ठाकुर ने घोटाले को अंजाम देने के लिए कई बार बनावट और साजिश रची. इस मामले में एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ धोखाधड़ी और साजिश रचकर अपराध करने का मामला दर्ज किया गया है.

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गोवा में भी किया घोटाला

ठाकर का कारनामा महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं रहा. उसने गोवा में जाकर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की उपस्थिति में व्यापारियों को बहलाया और 31 लैपटॉप बांटे. यहां भी उसने अपने प्रभाव का दिखावा कर लोगों को प्रभावित किया और आर्थिक लाभ हासिल किया.

मुख्यमंत्री के बंगले पर झूठा दावा

वैभव ठाकुर ने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री के वर्षा बंगले में गाड़ी लेकर जा सकता है और मुख्यमंत्री के साथ उठने-बैठने का अनुभव रखता है. उसने पीली बत्ती वाली कार में बैठकर व्यापारियों को बंगले तक ले जाने का दिखावा किया. हालांकि, जब बंगले में मुख्यमंत्री मौजूद नहीं थे, तो उसने बहाने बनाकर अपना झूठ छुपा लिया.

इस धोखाधड़ी में शैलेश जैन जैसे जमीन और हीरे के व्यापारी भी ठाकर के झांसे में आ गए. ठाकर ने अपने दिखावे और बनावट के दम पर करोड़ों का चूना लगाया, जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हुआ. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और वैभव ठाकुर की गिरफ्तारी के साथ-साथ उसके पीछे छिपे अन्य साजिशकर्ताओं का पता लगाने के लिए कार्रवाई जारी है. यह मामला स्पष्ट करता है कि किसी भी अधिकारी या प्रभाव के नाम पर ठगी करने वाले अपराधियों से सतर्क रहना बेहद जरूरी है.