बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वायरल वीडियो में एक महिला का हिजाब हटाने की घटना को लेकर एनसीपी (सपा) सांसद सुप्रिया सुले ने प्रेस कॉफ्रेस कर महिला के सम्मान को लेकर अपनी बात रखी. मीडिया से बातचीत के दौरान सांसद ने कहा कि हर महिला चाहे वह हिजाब पहनती हो या किसी अन्य तरीके से सिर ढकती हो. वह किसी न किसी परिवार की परंपराओं और मूल्यों की प्रतिनिधि होती है.
सुप्रिया सुले ने स्पष्ट किया कि महिला किस प्रकार पल्लू या हिजाब पहनती है. यह उसके जन्म या विवाह के परिवार की परंपराओं और रीति-रिवाजों पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि किसी महिला के व्यक्तिगत निर्णयों और पहनावे में बाहरी हस्तक्षेप करना गलत है और यह समाज में असंवेदनशीलता और भेदभाव को बढ़ावा देता है.
महिलाओं के प्रति सम्मान करना हर नागरिक की जिम्मेदारी- सुप्रिया सुले
सांसद सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि महिलाओं के प्रति सम्मान और उनके निर्णयों का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है. किसी भी महिला के धार्मिक या पारंपरिक प्रतीक को जबरन हटाने की कोशिश न केवल उसकी गरिमा का हनन है बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ भी है. सुप्रिया सुले ने सभी राजनीतिक दलों और समाज के हर वर्ग से अपील की है कि वे महिलाओं के अधिकारों और उनका व्यक्तिगत सम्मान करें.
महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए किया जाए जागरूक- सुले
सांसद ने कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में महिलाओं के प्रति असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं. ऐसे मामलों पर ध्यान देना और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि भविष्य में महिला अधिकारों और उनके व्यक्तिगत निर्णयों का सम्मान सुनिश्चित किया जाए. किसी भी तरह के दबाव या अनुचित हस्तक्षेप को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाए.
ये भी पढ़िए- सपा सांसद डिंपल यादव बोलीं- 'मनरेगा के नाम बदलना महात्मा गांधी का अपमान'