Maharashtra News: मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मंगलवार (18 मार्च) को महाराष्ट्र के दादर के सावरकर हॉल में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मनसे का नया ढांचा तैयार करने के सिलसिले में चर्चा हुई. इससे पहले वर्ली की बैठक में राज ठाकरे ने पार्टी के नए ढांचे का प्रस्ताव रखा था. कहा जा रहा है कि 23 मार्च को मनसे पार्टी की नई संरचना सामने आएगी.
महाराष्ट्र की राजनीति में चल रहे औरंगजेब मुद्दे पर भी राज ठाकरे ने पदाधिकारियों के सामने अपना पक्ष रखा. राज ठाकरे ने बैठक में उपन्यास 'छावा' का जिक्र करते हुए नागपुर मुद्दे पर भी टिप्पणी की. राज ठाकरे ने कहा कि उपन्यास 'छावा' 60 साल पहले शिवाजी सावंत ने लिखा था, लेकिन अब फिल्म आ गई है और सभी को औरंगजेब याद आ गया है.
कुंभ वाले बयान पर क्या बोले राज ठाकरे?इसके अलावा कुंभ स्नान और नदियों के जल पर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की टिप्पणी के बाद मचे सियासी घमासान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. राज ठाकरे ने बैठक में कहा कि वह अपने रुख पर कायम हैं. उन्होंने कहा, "गंगा नदी को लेकर भले ही मैं धाराप्रवाह बोला, लेकिन सोच समझकर बोला."
23 मार्च को MNS का नया ढांचा सामने आएगाबता दें 31 मार्च को गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाएगा. ऐसे में मनसे गुड़ी पड़वा के मौके पर रैली आयोजित कर रही है. मनसे हर साल मराठी नववर्ष के अवसर पर पड़वा मेला आयोजित करती है. यह मेला मनसे कार्यकर्ताओं का मुख्य आकर्षण होता है और इसे आगामी नगर निगम चुनावों की पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है. वहीं इससे पहले 23 मार्च को मनसे पार्टी में कुछ महत्वपूर्ण फेरबदल होंगे. हालांकि, अभी यह नहीं पता चला है कि ये फेरबदल किस तरह का होगा.
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