Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में अब अलग अलग ऑपरेशन चल रहे हैं. एकनाथ शिंदे का ऑपरेशन टाइगर चल रहा हैं तो दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे का 'ऑपरेशन सेव टाइगर' चल रहा है. लेकिन अब दिल्ली की सरकार बनने के बाद महाराष्ट्र में दोनों ऑपरेशन में तेजी दिखाई दी जा रही है.
इस बीच शिवसेना गुट के सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा, "अब हमारा ऑपरेशन चल रहा रहा है. उद्धव ठाकरे कितने भी प्रयास करें अब कुछ होने वाला नहीं है. यह काम पहले किया होता तो आज ये नौबत नहीं आती. उद्धव ठाकरे को यह ऑपरेशन लेट से दिमाग में आया है. इसलिए इस ऑपरेशन को कोई मतलब नहीं है."
क्या है ऑपरेशन टाइगर?इस 'ऑपरेशन टाइगर' के तहत शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे के 9 सांसंदो को अपने पास लाने की प्लानिंग में हैं. अब शिवसेना का कहना है की 9 मै से 6 सांसद हमारे संपर्क में हैं. अब वही लोग हमारे संपर्क में हैं तो हम क्या करें. इन सांसंदो को उद्धव ठाकरे के साथ नही रहना है इसलिए हमनें इस मिशन को ऑपरेशन टाइगर का नाम दिया है. सांसद और विधायकों के साथ साथ कई पूर्व नेता विधायक और पूर्व सांसद पार्टी में आने के लिए उत्सुक हैं. पिछले ढाई सालों से हमारा ऑपरेशन चल रहा है, इसमें कई लोग शामिल होना चाहते हैं.
'उद्धव ठाकरे का ऑपरेशन होगा फेल'सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा के अब उद्धव ठाकरे लोगों से मिलना चाहते हैं पर अब उद्धव ठाकरे ने देरी कर दी है. एकनाथ शिंदे कार्यकर्ताओ का दुःख समझते हैं पर पार्टी टूटने के बाद उद्धव ठाकरे लोगों से मिलने जा रहे हैं तो इससे उद्धव ठाकरे ने जो ऑपरेशन सेव टाइगर के नाम चलाया है वह कुछ काम करने वाला नहीं है."
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