महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर ग्रामीण पुलिस ने कुंभेफाळ क्षेत्र में चल रहे एक संगठित अवैध ऑनलाइन गेमिंग रैकेट का पर्दाफाश किया है. पिछले कई दिनों से चल रहे इस ऑपरेशन में पुलिस ने मौके पर छापेमारी करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सभी आरोपी छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं और यहां किराए के कमरे में बैठकर बड़े नेटवर्क को चला रहे थे. कार्रवाई के दौरान पुलिस को मौके से बड़ी मात्रा में डिजिटल एविडेन्स मिले, जिनमें मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, लैपटॉप, टैब, स्कैनर और कई तकनीकी उपकरण शामिल हैं. पुलिस ने इन उपकरणों से डेटा हासिल कर रैकेट का नेटवर्क और लेनदेन का पूरा पैटर्न खंगालना शुरू कर दिया है.

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अवैध गेमिंग का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन

सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि इस अवैध ऑनलाइन गेमिंग में दुबई से भी कुछ लोग सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे थे, यानी नेटवर्क की जड़ें देश से बाहर तक फैली हुई हैं. आरोपी बीते 10 दिनों से एक गैर-अधिकृत ऐप के माध्यम से यह गेमिंग ऑपरेशन चला रहे थे, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हो चुके थे.

आर्थिक लेनदेन और फ्रीज़ किए गए बैंक खाते

जांच आगे बढ़ने पर पुलिस को रैकेट से जुड़े संदिग्ध आर्थिक लेनदेन का पता चला, जिसके बाद संबंधित खातों को ट्रैक किया गया. अब तक पुलिस ने कुल 52 बैंक खातों को फ्रीज़ किया है, जिनमें लाखों रुपये के लेनदेन का अनुमान है. पुलिस का कहना है कि ये खाते या तो फर्जी पहचान पर खोले गए थे या गेमिंग ट्रांजैक्शन को छिपाने के लिए उपयोग किए जा रहे थे. पुलिस अधीक्षक विनायकुमार राठौड़ ने बताया कि यह नेटवर्क बेहद व्यवस्थित तरीके से चलाया जा रहा था, और इसके तार कई राज्यों और विदेश तक जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि डिजिटल फॉरेंसिक टीम भी जांच में जुटी है और आने वाले दिनों में और भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है. मामले की जांच जारी है और पुलिस रैकेट के मास्टरमाइंड और अन्य शामिल लोगों की तलाश कर रही है. 

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