Maharashtra Political Crisis: 'सामना' में संजय राउत ने बीजेपी पर कसा तंज, कहा- देश डुबोने वालों के हाथ में महाराष्ट्र
Maharashtra NCP Political Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति में इस वक्त 'चाचा और भतीजा' की खूब चर्चा है. शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से अजित पवार गुट पर हमला बोला है.

NCP Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच उद्धव ठाकरे गुट ने अपने मुखपत्र 'सामना' में संपादकीय के माध्यम से एनसीपी से बगावत कर एक अलग गुट बनाने वाले नेताओं पर जमकर निशाना साधा है. संपादकीय में पीएम मोदी पर भी निशाना साधा गया है. सामना में लिखा गया है कि, 'देश में बीजेपी के विरोधी देश डुबानेवाले हैं, ऐसा हमला प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल से किया और अगले 72 घंटों में देश को डुबोनेवाले महाराष्ट्र के लोगों ने बीजेपी से हाथ मिलाकर मंत्री पद की शपथ ले ली. सत्ता के लिए जो जरूरी लगे वो सब करने को बीजेपी तैयार नजर आ रही है. केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करके राजनीतिक विरोधियों की पार्टियों को फोड़ने की उन्हें आदत हासिल है.'
अजित पवार गुट के नेताओं पर बोला हमला
पीएम मोदी के एक बयान का जिक्र करते हुए सामने में आगे लिखा गया है, 'देश को डुबाने वाले विपक्ष की साजिश को नाकाम बनाएं!’ ऐसा आदेश भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में दिया और अगले 72 घंटों में अपने देश को डुबानेवालों में से एक महाराष्ट्र के अजित पवार समेत लगभग 40 विधायकों को बीजेपी में लेकर ‘पवित्र’ कर दिया गया. अजित पवार सहित करीब 40 विधायकों ने शरद पवार का साथ छोड़ा और वे सीधे बीजेपी के साथ सत्ता में शामिल हो गए.
अजित पवार गुट के नेताओं पर आरोप
सामना में अजित गुट के कई नेताओं पर बड़े आरोप भी लगाए गए हैं. 'सामना' के अनुसार, 'अजित पवार पर 70,000 करोड़ के सिंचाई घोटाले का आरोप खुद देवेंद्र फडणवीस, प्रधानमंत्री मोदी ने लगाया. किरीट सोमैया ने कागल के हसन मुश्रीफ पर हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. वे भी अब अजित पवार के साथ बीजेपी गुट में चले गए और मंत्री बन गए.' छगन भुजबल के खिलाफ मुहिम चलानेवाले खुद फडणवीस और सोमैया ही थे. वलसे-पाटील, धनंजय मुंडे भी गए. बीजेपी में शामिल होने से इन सभी को अब चैन की नींद आएगी. केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर किया जा रहा है.
आगे लिखा है, छगन भुजबल, खुद अजित पवार ईडी-पीड़ित हैं. वलसे-पाटील का क्या? ये रहस्य है. भुजबल पर भ्रष्टाचार के कई अपराध दर्ज होने के बाद भी जेल से छूटकर आने के बाद पवार ने उन्हें महाराष्ट्र में मंत्री बनाकर प्रतिष्ठा दिलाई. अब उन अपराधों को हटाने के लिए वे बीजेपी में चले गए. प्रफुल्ल पटेल के आवास की दो मंजिलों को ‘ईडी’ ने जब्त कर लिया और वहां ‘ईडी’ का कार्यालय बना दिया. अब नए सियासी नाटक के चलते पटेल को चैन की नींद आएगी.
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