Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के सांगली जिले के शिवसेना-यूबीटी के नेता और केसरी पहलवान चंद्रहार पाटिल ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हो. इस अवसर पर मंत्री उदय सामंत, विधायक सुहास बाबर, शिवसेना सचिव राम रेपाले और दीपाली सय्यद उपस्थित थीं.

पहलवान चंद्रहार पाटिल का स्वागत करते हुए शिंदे ने कहा, “आज आप नकली अखाड़े से निकलकर असली अखाड़े में आए हैं. चंद्रहार पाटिल जैसे स्वच्छ मन वाले व्यक्ति आज एक चालबाज व्यक्ति से दूरी बनाकर आए हैं. आपने महाराष्ट्र की मिट्टी के खेल कुश्ती को गौरव दिलाया. पहलवान महाराष्ट्र के गर्व हैं. मैं भले ही पहलवान नहीं हूं, लेकिन 2022 में मैंने सामने वालों को चित कर दिया. उस समय जो दांव लगाया, उससे वे अब तक नहीं उठ पाए हैं.”

मैं CM बना तो कुछ लोगों ये हजम नहीं हो रही- शिंदे

उन्होंने आगे कहा, “पहलवानों को दांव-पेंच आते हैं, लेकिन उन्हें राजनीतिक समर्थन भी चाहिए. चंद्रहार पाटिल का अखाड़ा मंत्री उदय सामंत ने देखा है और उनके संकल्प को पूरा करने की जिम्मेदारी शिवसेना की है. हमें महाराष्ट्र के हर तालिम (कुश्ती स्कूल) को अपने साथ जोड़ना है. मैं भी किसान का बेटा हूं, शाखा प्रमुख से मुख्यमंत्री बना, लेकिन कुछ लोगों को यह बात अब भी हजम नहीं हो रही है.

एकनाथ शिंदे ने आग कहा, "उनकी पेट का दर्द दूर करने के लिए राज्य में हिंदु हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का इलाज चालू है. यह कार्यकर्ताओं की पार्टी है, यहां कोई मालिक नहीं है. बालासाहेब अपने साथियों को सहकर्मी मानते थे, लेकिन उनके बाद कुछ लोगों ने अहंकार में उन्हें नौकर समझ लिया.”

ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को दिया करारा जवाब- शिंदे

शिंदे ने कहा, “पहलगाम में हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने का काम पाकिस्तान ने किया. परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को सबक सिखाया. सरकार के सात प्रतिनिधिमंडल विदेश गए, जिनमें से एक का नेतृत्व सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने किया."

उन्होंने कहा, "सीमा पर जवानों के लिए दिल्ली में रक्तदान शिविर आयोजित करने का संकल्प चंद्रहार पाटील ने लिया है. उनकी देशभक्ति देखकर कहा जा सकता है कि हम न केवल दिल्ली में बल्कि कश्मीर में भी रक्तदान शिविर लगाएंगे. आपने जिस विश्वास से शिवसेना में प्रवेश किया है, आपकी जिम्मेदारी बढ़ गई है. अब शिवसेना को हर घर तक पहुंचाना है.”

उपमुख्यमंत्री शिंदे ने अंत में कहा, “जो अपने वचन निभाता है, जब वह लोगों से मिलता है, तब राजनीति और समाज की दिशा बदलती है. बगावत के बाद राज्य में आमजन का शासन लाया गया. कार्यकर्ताओं के पीछे मजबूती से खड़े रहने का कार्य मैं सालों से कर रहा हूं, इसलिए लोगों का शिवसेना की ओर आकर्षण बढ़ रहा है.”