महाराष्ट्र के 72 प्रथम श्रेणी के प्रशासनिक अधिकारियों, सिविल सर्विस अधिकारियों और पूर्व मंत्रियों को कथित रूप से हनीट्रैप में फंसाने का चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. सूत्रों ने बताया है कि इस मामले में मुम्बई से सटे ठाणे क्राइम ब्रांच को कुल तीन शिकायतें मिलने का दावा किया जा रहा है. पुलिस द्वारा इन शिकायतों की गोपनीय जांच की जा रही है.
तीनों शिकायतों में गंभीर आरोप हैं- सूत्र
सूत्रों ने बताया कि नाशिक के एक वरिष्ठ अधिकारी, नवी मुंबई के एक व्यक्ति और ठाणे के एक बड़े व्यक्ति ने ये शिकायतें दर्ज कराई हैं. तीनों शिकायतों में गंभीर आरोप हैं और उच्च-स्तरीय गोपनीय जांच चल रही है.
अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया- सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, शिकायतकर्ताओं के नाम गोपनीय रखते हुए अधिकारियों के नामों की जांच की जा रही है क्योंकि उनका मानना है कि इस मामले की जांच के दौरान उनकी पहचान सार्वजनिक नहीं की जानी चाहिए. सूत्रों ने यह भी बताया कि अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.
सूत्रों का यह भी दावा किया है की नाशिक में किसी जगह कथित रूप से एक फाइव स्टार नुमा कमरा बनाया गया है. जहां जकूजी और बेहतरीन एंबियंस है और इसी जगह पर आए अधिकारियों को कथित रूप से शिकार बनाया जाता था.
सूत्रों की मानें तो जिनके साथ यह हुआ है, उनकी पहचान सामने नहीं आये इसके लिए जांच को बड़ी ही गोपनीय तरीके से किया जा रहा है. हांलाकि पुलिस इस संदर्भ में जानकारी देने से भी कतरा रही है.
विधानसभा में नाना पटोले ने उठाया मुद्दा
राज्य के उच्च पदस्थ अधिकारियों को हनीट्रैप में फंसाकर उनसे रंगदारी वसूलने की घटना ने महाराष्ट्र के प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेता और विधायक नाना पटोले ने आज (16 जुलाई) विधानसभा में व्यवस्था के प्रश्न के माध्यम से यह मुद्दा उठाया. उन्होंने सरकार से स्पष्टीकरण भी मांगा. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार को मामले का उचित संज्ञान लेने का निर्देश दिया.
नाना पटोले ने कहा कि राज्य में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मामला सामने आ रहा है. कुछ लोग हनीट्रैप के ज़रिए हमारे राज्य के गोपनीय दस्तावेज़ हासिल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चर्चा है कि इस मामले में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, आईएएस अधिकारी और कुछ मंत्री भी शामिल हैं. राज्य के गोपनीय दस्तावेज़ बाहर जाएं इसके लिए एक हनीट्रैप बिछाया गया है.
इस मामले को सदन के संज्ञान में लाना मेरा कर्तव्य- पटोले
कांग्रेस नेता ने कहा, "इसमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं. मैं इस महत्वपूर्ण मामले को सदन के संज्ञान में लाना अपना कर्तव्य समझता हूं. अगर इस हनीट्रैप के ज़रिए गोपनीय दस्तावेज़ असामाजिक संगठनों के पास पहुंच गए तो राज्य समेत पूरी व्यवस्था को बहुत बड़ा नुकसान होगा.
नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष से की ये मांग
नाना पटोले ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को संबोधित करते हुए कहा, "इस मामले में राज्य में क्या चल रहा है? सरकार को शाम तक सदन के सामने तथ्य स्पष्ट करने चाहिए. आपको सरकार से यह जानकारी मांगकर सदन को सूचित करना चाहिए." इस पर अध्यक्ष ने सरकार को इस पर उचित संज्ञान लेने का निर्देश दिया.
विधायक नाना पटोले ने आगे कहा कि इस मामले में राज्य सरकार हनीट्रैप में शामिल मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों और मौजूदा अधिकारियों के नाम विधानसभा में पेश करने चाहिए.