Ajit Pawar on Congress: गठबंधन सरकार के दौरान बोरीवली में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा और पुणे में ओलंपिक भवन को अनुमति नहीं दी गई. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कांग्रेस को आह्वान किया कि हमें दूसरों से सकारात्मकता की उम्मीद करते हुए खुद पर भी विचार करना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट किया कि हम सत्ता का कोई कॉपर प्लेट लेकर नहीं आये हैं, जब तक हमें जनता का समर्थन मिलेगा तबतक हम सत्ता में बने रहेंगे.


धन आवंटन के मुद्दे पर दिया ये जवाब
उन्होंने विपक्ष से कहा कि सरकार ने विधायकों को धन के आवंटन में 2019 से अपनाए गए उसी फॉर्मूले को बरकरार रखा है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया है. राज्य सरकार द्वारा विपक्षी दलों के विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों को पर्याप्त धनराशि आवंटित नहीं किये जाने के कारण विपक्ष ने विधानसभा में आक्रामक रुख अपनाया.


क्या बोले डिप्टी सीएम अजित पवार?
राज्य सरकार ने 41 हजार 243 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मांगें विधानसभा में पेश की हैं और इन्हें बहुमत से मंजूरी मिल गयी है. सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर पवार ने जवाब दिया. फिर पवार ने महा विकास अघाड़ी सरकार के दौरान सरकार में काम करने के अपने अनुभव को साझा किया. पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की तरह ही वाजपेयी के व्यक्तित्व का भी सभी सम्मान करते थे. लेकिन फिर भी सांसद गोपाल शेट्टी की पहल पर बोरीवली में स्थापित की गई प्रतिमा को अनुमति नहीं दी गई.


पवार ने याद करते हुए कहा कि ऑडियो-विजुअल के जरिए हुई उस बैठक में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, देवेंद्र फड़णवीस, मैं, शेट्टी आदि मौजूद थे. बता दें, महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से विधायकों को फंड देने का मुद्दा लगातार गरमाता हुआ दिखाई दे रहा है. सदन से लेकर मंच तक इसे लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा जा रहा है.


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