Chhatrapati Shivaji Maharaj Statue Incident: छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति घटना को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार माफी मांगी है. एक बयान में उन्होंने कहा, "इस संबंध में मैं महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से माफी मांगता हूं. छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे देवता हैं और एक साल के भीतर उनकी मूर्ति का इस तरह गिरना हम सभी के लिए सदमा है." अजित पवार के अलावा मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने भी माफी मांगी है.

विपक्ष ने की ये मांगमहाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में अनावरण के करीब नौ महीने बाद छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने को लेकर आलोचनाओं से घिरी महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने मंगलवार को कहा कि प्रतिमा का निर्माण नौसेना ने किया था, जबकि विपक्ष ने राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की.

वहीं नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि नौसेना और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कर्मियों ने मंगलवार को ढही हुई मूर्ति के स्थल का दौरा किया. सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने का मामला विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़े विवाद का रूप लेने की आशंका के बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने अब उसी स्थान पर 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा की एक बड़ी प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय किया है.

सिंधुदुर्ग से ताल्लुक रखने वाले महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने उसी स्थान पर शिवाजी महाराज की 100 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा. मुंबई से लगभग 480 किलोमीटर दूर इस तटीय जिले के मालवन तहसील के राजकोट किले लगी प्रतिमा 35 फुट ऊंची थी, जो सोमवार को गिर गयी. आक्रोश के बाद, सिंधुदुर्ग पुलिस ने प्रतिमा गिरने की घटना को लेकर परियोजना में शामिल ठेकेदार जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ एक मामला दर्ज किया.

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