Maharashtra Corona Case: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. हर दिन ताजा मामले 500 के पार आ रहे हैं. महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में 803 नए मामले दर्ज किये गए. जबकि मुंबई में कोरोना के 216 नए मामले दर्ज किये गए. प्रदेश में पिछले कोरोना संक्रमण से तीन मौतें भी दर्ज की गई है. राज्य में पिछले सात दिनों में 11 मौतें हुई हैं. राज्य में मृत्यु दर वर्तमान में 1.82 फीसदी है. महाराष्ट्र में एक सप्ताह में 62 फीसदी की वृद्धि हुई है. मुंबई में वर्तमान में 1268 एक्टिव केस हैं.


स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा?
मामलों में उछाल के बीच, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने पहले ही दिन में सूचित किया था कि राज्य अगले सप्ताह (13 और 14 अप्रैल) को कोविड की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक मॉक ड्रिल आयोजित करेगा. उन्होंने कहा, "जैसा कि केंद्र सरकार ने सुझाव दिया है, हम 13-14 अप्रैल को राज्य में अपनी कोविड तैयारियों के लिए एक मॉक ड्रिल आयोजित करने जा रहे हैं."


कितनी चिंता की बात?
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से घबराने की नहीं बल्कि सतर्क रहने और सावधानी बरतने को कहा. सावंत ने कहा, "कोविड की संख्या बढ़ रही है, लेकिन यह ज्यादा प्रभावित नहीं कर रहा है. घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाते समय सभी को सावधानी बरतनी चाहिए."


इन जिलों ने बढ़ाई चिंता
महाराष्ट्र के छह जिलों- सोलापुर, सांगली, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, पुणे और सतारा में पॉजिटिव मरीजों की संख्या ज्यादा है. संख्या उन क्षेत्रों में बढ़ रही है जहां जनसंख्या घनत्व थोड़ा अधिक है. उच्च जनसंख्या घनत्व के कारण पुणे, रायगढ़ और ठाणे जैसे जिलों में रोजाना पॉजिटिव मरीज की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है.


मंत्री ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में कोई भी मरीज वेंटिलेटर या ऑक्सीजन सपोर्ट पर नहीं है. "मैंने सभी कोविड अस्पतालों से बात की है. यह बहुत संतोषजनक है कि मरीज केवल 48-72 घंटों में ठीक हो रहे हैं. इसलिए ज्यादा चिंता की बात नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश भर में पिछले सप्ताह मामलों में वृद्धि के मद्देनजर COVID-19 के लिए संशोधित दिशानिर्देश भी जारी किए हैं.


संशोधित दिशानिर्देशों में कहा गया है, "एंटीबायोटिक्स का उपयोग तब तक नहीं किया जाना चाहिए जब तक कि जीवाणु संक्रमण का नैदानिक ​​संदेह न हो. अन्य स्थानिक संक्रमणों के साथ COVID-19 के सह-संक्रमण की संभावना पर विचार किया जाना चाहिए.


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