Maharashtra EVM Row: महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सदस्यों ने हाल ही में हुए राज्य चुनावों में ईवीएम के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन विधायक के रूप में शपथ न लेने का फैसला किया. राज्य विधानमंडल में निचले सदन में शनिवार (7 दिसंबर) को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनके उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार समेत सत्तारूढ़ दलों के कई सदस्यों ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. हालांकि, विपक्षी दलो कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) के सदस्यों ने शपथ नहीं लेने का फैसला किया.

विधान भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, "एमवीए ने आज सदन के सदस्य के रूप में शपथ नहीं लेने का फैसला किया है. जब कोई सरकार इतने बड़े बहुमत के साथ सत्ता में आती है, तो जश्न मनाया जाता है. सवाल उठता है कि उसे जो जनादेश मिला है, वह जनता ने दिया है या ईवीएस और भारत के चुनाव आयोग ने दिया है." 

विपक्षी विधायकों ने क्या कहा?वहीं शपथ बायकॉट के बीच महाविकास अघाड़ी को झटका भी लगा. इस बीच समाजवादी पार्टी के विधायक न सिर्फ शपथ में शामिल हुए बल्कि कहा एमवीए से हमारा क्या लेना देना? सपा विधायक अबू आजमी ने कहा, "विपक्ष के लोगों से हमारी कोई बात नहीं हुई. इलेक्शन में कोई कॉरडिनेशन नहीं हुआ. टिकट बंटवारे में हमें कुछ बताया नहीं, तो हमारा उनसे क्या लेना देना?" 

हालांकि ईवीएम पर उन्होंने कहा, "ईवीएम हट जाना चाहिए. अगर लोगों को शक है कि ईवीएम से हैकिंग होती है, किसी को जिताया या हराया है, तो एक बार जनता की मांग पर ईवीएम को हटा देना चाहिए." इस बीच कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा, "नतीजों ने सवाल पैदा किया है. ऐसा लगता है कि पूरी प्रक्रिया ही भ्रष्ट है. जनता नाखुश है और कुछ गलत हुआ लगता है."

अजित पवार ने किया पलटवारवहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने विपक्ष के ईवीएम विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ईवीएम पर कोई भी आपत्ति अनुचित है. ईवीएम को दोष देने का कोई मतलब नहीं है. जब एमवीए को लोकसभा में 31 सांसद मिले थे, तब उन्होंने ईवीएम को दोष नहीं दिया था. उन्हें विरोध करने का पूरा अधिकार है, लेकिन सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिए विपक्ष को शपथ लेनी होती है. वे कल तक शपथ ले सकते हैं. ऐसा लगता है कि वे इस तरह के विरोध के माध्यम से अपनी मौजूदा ताकत दिखाना चाहते हैं."

बता दें महाराष्ट्र में 23 नवंबर को नतीजे आने के बाद से ही विपक्षी महाविकास अघाड़ी ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगा रही है. उसका दावा है कि कई सीटों पर वोटिंग से ज्यादा काउंटिंग की गई है तो कई पर वोटिंग से कम काउंटिंग हुई है. कई प्रत्याशी दोबारा काउंटिंग की भी मांग कर रहे हैं.  

ये भी पढ़ें: राज ठाकरे को सरकार में जगह मिलेगी या नहीं? सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दे दिया बड़ा बयान