Maharashtra Assembly Election Result 2024: महाराष्ट्र में महायुति को भारी बहुमत मिलने के बाद अब मुख्यमंत्री को लेकर माथापच्ची की जा रही है. प्रदेश की राजनीति के जानकारों की मानें तो अगर एकनाथ शिंदे फिर से मुख्यमंत्री बनते हैं तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना पर नियंत्रण रख सकते हैं. अगर इसका उलट होता है यानि एकनाथ शिंदे सीएम नहीं होते हैं और देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उद्धव ठाकरे की सेना को सीधे तौर पर फडणवीस से मुकाबला करने का मौका मिलेगा.

Continues below advertisement

इसके साथ ही बीजेपी पर सत्ता में आने के लिए शिवसेना के नाम और प्रतीक का इस्तेमाल करने का फिर आरोप लगेगा. सरकार के हर फैसले को बीजेपी बनाम महाराष्ट्र की लड़ाई में बदला जा सकता है.

मराठी अस्मिता के लिए शिंदे का चेहरा कितना अहम?

Continues below advertisement

जानकारों का मानना है कि मराठी अस्मिता को मजबूत करने के लिए एकनाथ शिंदे का चेहरा मजबूती देगा. यह बीजेपी की उदारता और मराठी गौरव के सम्मान को दिखाएगा और इससे मराठी मानुष के बीच बीजेपी की छवि और मजबूत होगी जैसा कि एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के दौरान देखने को मिला.

कल्याणकारी योजनाओं का कितना हुआ जनता पर असर?

मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे की छवि सुशासन वाली बन चुकी है. सरकार की ओर से शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं का महाराष्ट्र की जनता पर काफी असर हुआ है. इसलिए शिंदे के सीएम बने रहने से महायुति की सुशासन वाली छवि बनेगी और योजनाओं का प्रभाव जनता के बीच और ज्यादा होगा. महाराष्ट्र के मराठा नेताओं का सहयोग और मराठा वोटर्स से महायुति को काफी फायदा हुआ है. 

सीएम का चेहरा बदलने पर क्या होगा?

आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में सीएम का चेहरा बदलने से सरकार का मूल्यांकन नए नजरिए से होगा और मौजूदा जीत से बनी मौजूदा छवि बदल सकती है. लेकिन एकनाथ शिंदे के सीएम होने से लोगों में जो विश्वास बना है वह बरकरार रहेगा और इसका फायदा महायुति को मिल सकता है.

महाराष्ट्र की राजनीति को समझने वाले एक्सपर्ट का मानना है कि फिलहाल अपने ढाई साल के कार्यकाल में ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में एक लोकप्रिय चेहरा बन चुके हैं और उनके नेतृत्व क्षमता की भी सराहना की जा रही है. शिंदे के नेतृत्व में महायुति गठबंधन वाली सरकार कितने व्यवस्थित तरीके से चली है. 

यही वजह है कि अगर एक बार फिर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बनाया जाता है तो महायुति महाराष्ट्र में और भी मजबूत होगी और आने वाले महानगर पालिका के चुनाव में या फिर स्थानीय निकाय के चुनाव में महायुति को और भी मजबूत होगी. 

क्या देवेंद्र फडणवीस होंगे सीएम?

इसके साथ ही राजनीति के जानकारों का दूसरा मत ये भी है कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी सबसे बड़ी दावेदार पार्टी मानी जा रही है और देवेंद्र फडणवीस उसके सबसे बड़े चेहरे हैं. सूत्रों की मानें तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी राज्य में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहता है. साथ ही महायुति की सहयोगी अजित पवार की एनसीपी ने भी बीजेपी के सीएम को लेकर किसी भी तरह की आपत्ति नहीं जताई है. महायुति में बीजेपी को 132, शिवसेना को 57 और अजित पवार गुट को 41 सीटों पर जीत मिली है.

ये भी पढ़ें: शिंदे गुट के नेता ने BJP को याद दिलाया बिहार वाला फॉर्मूला? CM पर दिया बड़ा बयान