महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष अजित पवार का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वो कथित तौर पर आईपीएस महिला अधिकारी अंजना कृष्णा को फटकार लगा रहे हैं.
इस वायरल वीडियो को लेकर महाराष्ट्र के मंत्री और बीजेपी के नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि कभी-कभी जनप्रतिनिधि, विधायक-सांसद और मंत्री के पास कार्यकर्ता आता है और कहता है कि मेरे साथ ऐसा-ऐसा हुआ है. तहसीलदार, कलेक्टर और पुलिस ने ऐसा किया है. उसके बाद हम तुरंत फोन लगा देते हैं.
किसी अधिकारी को डांटने वाले नेता नहीं हैं- चंद्रशेखर बावनकुले
चंद्रशेखर बावनकुले ने आगे कहा, ''सामने वाले को तो कुछ नहीं पता होता है. तो वो कहते हैं कि अवैध है, नियम के बाहर है. लेकिन शिकायत करने वाला कहता है कि ये कायदे का है. ऐसे में विवाद होता है. मुझे लगता है कि अजित पवार कभी भी, अवैध काम के लिए किसी अधिकारी को डांटने वाले नेता नहीं हैं. मैंने भी वीडियो देखे हैं. कई बार ऐसा होता है कि सामने वाली स्थिति नहीं पता होती है.''
वायरल वीडियो को लेकर NCP ने दावा किया कि अजित पवार का उद्देश्य कार्रवाई रोकना नहीं था, बल्कि हो सकता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए अधिकारी को फटकार लगाई हो. पार्टी ने आरोप लगाया कि यह वीडियो जानबूझकर लीक किया गया है.
वीडियो में क्या है?
आईपीएस महिला अधिकारी अंजना कृष्णा सोलापुर जिले में अवैध मुर्रम खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं. वीडियो क्लिप में अजित पवार को करमाला की उपविभागीय पुलिस अधिकारी अंजना कृष्णा से एक NCP कार्यकर्ता के फोन पर बातचीत करते हुए दिखाया गया है. कृष्णा पहले पवार की आवाज पहचान नहीं, जिसके बाद पवार ने वीडियो कॉल कर उनसे कथित तौर पर कार्रवाई रोकने को कहा.
NCP के प्रदेश अध्यक्ष सुनील टटकरे ने कहा कि वीडियो को जानबूझकर लीक किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘अजित दादा ने शायद पार्टी कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए अधिकारी को फटकारा हो. उनका मकसद कार्रवाई को पूरी तरह रोकने का नहीं था.’’