Kapil Sibal Statement On Shiv Sena vs Shiv Sena Verdict: राज्यसभा सदस्य और वकील कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra  Assembly) अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar) द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज करने को एक 'बहुत पहले लिखा गया नाटक और तमाशा' बताया.  


सिब्बल ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर कहा "स्पीकर की ओर से लिए गए फैसले के नाटक की पटकथा बहुत पहले लिखी गई थी. हम इस नाटक को होते हुए देख रहे हैं. ये इस लोकतंत्र की जननी की त्रासदी है." दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को फैसला सुनाया कि शिंदे का गुट ही असली शिवसेना है. साथ ही अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने  उनके गुट के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग को खारिज कर दिया. 


सीएम एकनाथ शिंदे ने क्या कहा
नार्वेकर ने कहा कि अंतर्दलीय असहमति और अनुशासनहीनता को दबाने के लिए संविधान की 10वीं अनुसूची का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. साथ ही उन्होंने कुछ तकनीकी खामियों का हवाला देते हुए, ठाकरे गुट के 14 विधानसभा सदस्यों (एमएलए) को अयोग्य घोषित करने की शिंदे गुट की याचिका को भी खारिज कर दिया. वहीं स्पीकर के फैसले के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने उद्धव ठाकरे वाली शिव सेना और उसकी सहयोगी कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह फैसला वंशवाद के माध्यम से राजनीतिक दल चलाने वाले लोगों के लिए एक झटका है. यह सत्य की, लोकतंत्र की जीत है.


सीएम  शिंदे ने कहा कि यह शिवसेना कार्यकर्ताओं और महाराष्ट्र के लोगों की जीत है. ये फैसला लोकतंत्र में बहुमत मायने रखता है. यह निर्णय योग्यता पर आधारित है. कोई भी किसी राजनीतिक दल को निजी संपत्ति के रूप में उपयोग नहीं कर सकता. 


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