महाराष्ट्र के कल्याण से एक दर्दनाक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें डॉक्टर क्लीनिक में बैठी महिला रिसेप्शनिस्ट को एक व्यक्ति क्रूरता से मारते-पीटते और उसे घसीटते दिख रहा था. वीडियो सामने आने के बाद से हड़कंप मच गया और पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी. 

दावा किया जा रहा था कि डॉक्टर के व्यस्त होने की वजह से रिसेप्शनिस्ट ने आरोपी को क्लीनिक में जाने से मना किया था. इसपर गुस्साए आरोपी ने गाली-गलौज करने के साथ-साथ लड़की को मारना-पीटना शुरू कर दिया. अब इस वायरल वीडियो का एक और वर्जन सामने आ रहा है, जिसमें कहानी उलटती दिख रही है. 

पहले रिसेप्शनिस्ट ने मारा था महिला को थप्पड़

अब जो नया वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें साफतौर पर देखा जा सकता है कि महिला रिसेप्शनिस्ट ने आरोपी व्यक्ति की महिला रिश्तेदार को पहले थप्पड़ मारा और चीखते हुए गाली-गलौज शुरू की थी. इसके रिएक्शन में गुस्साए शख्स ने बर्बरता से उसपर हाथ उठाया. हालांकि, यह बात साफ तौर पर बताना जरूरी है कि दोनों महिला और पुरुष का बर्ताव उचित नहीं था.

'एकतरफा आरोप लगाना गलत'- संजय निरुपम

इस मामले में अब एकनाथ शिंदे के शिवसैनिक संजय निरुपम आरोपी के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने नया वीडियो शेयर करते हुए एक्स हैंडल पर लिखा, "समाज में हिंसक प्रवृत्ति बहुत बढ़ गई है. हर तरफ. हर वर्ग में. किसी जाति विशेष और भाषा विशेष के लोगों पर एक तरफा आरोप लगाना समस्या से मुंह मोड़ने जैसा है. इससे यह सामाजिक कुप्रवृति और तेज़ी से फैलेगी."

'ऐसे तो हम आदिम युग में चले जाएंगे'- संजय निरुपम

संजय निरुपम ने आगे लिखा, "लोग राजनीति करने से पहले जाति-भाषा के आग्रहों से ऊपर उठकर अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी का भी अहसास करें, वरना हम आदिम युग में चले जाएंगे." इसी के साथ उन्होंने कल्याण की घटना का नया और पूरा वीडियो शेयर किया.