Maharashtra News: महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने मंगलवार को कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कुछ अधिकारियों के खिलाफ लगाए गए जबरन वसूली के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.


उन्होंने कहा, ‘‘एसआईटी का गठन वीरेश प्रभु नाम के एक अधिकारी के नेतृत्व में किया गया है. हमने एसआईटी को मामले की जांच के लिेए जरूरी समय दिया है.’’ प्रभु अतिरिक्त पुंलिस आयुक्त (अपराध) हैं. राउत ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि प्रवर्तन निदेशालय के कुछ अधिकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए ‘‘एटीएम’’ के रूप में काम कर रहे हैं.


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उन्होंने यह भी कहा था कि मुंबई पुलिस केंद्रीय एजेंसी के चार अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों की जांच कर रही है और उनमें से कुछ जेल जाएंगे. शिवसेना सांसद ने आरोप लगाए जाने के दौरान किसी के नाम का खुलासा नहीं किया. राउत ने कहा था, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में ईडी के कुछ अधिकारी और एजेंट जबरन वसूली, बिल्डर और कॉरपोरेट्स को धमकाने में शामिल रहे हैं. मैंने यह जानकारी प्रधानमंत्री को दे दी है.’’


शिवसेना महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार का नेतृत्व कर रही है, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस घटक हैं. एसआईटी गठन की यह घोषणा महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसी खबरें आई हैं कि शिवसेना नेतृत्व को लग रहा कि राकांपा भाजपा के प्रति ‘‘नरम’’ रुख अपना रही है.


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