Nashik Lok Sabha Seat: महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल के चार दिन पहले नासिक लोकसभा क्षेत्र के चुनाव से नाम वापस लेने के बाद आज समता परिषद ने भुजबल फार्म में बैठक की. बैठक में तय हुआ कि उम्मीदवारी को लेकर छगन भुजबल जो फैसला लेंगे वह सभी को मान्य होगा. 


नासिक सीट से कौन होगा उम्मीदवार?
इसके बाद छगन भुजबल ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि "कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि मैं चुनाव लडूं. अब जब मैंने अपना मन बना लिया है तो मैं उस पर कायम हूं. मैं महायुति उम्मीदवार के प्रचार के लिए काम करूंगा. कई लोग नासिक लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवारी में रुचि रखते हैं."


नासिक सीट से छगन भुजबल नहीं होंगे उम्मीदवार
भुजबल ने कहा, "मैंने अपने जीवन में एक बार मुंबई नगर निगम पार्षद की उम्मीदवारी के लिए टिकट मांगा था. उसके बाद दोबारा टिकट नहीं मांगा. मैंने हमेशा टिकट वितरक के रूप में काम किया है. नासिक सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का दावा अभी भी बरकरार है. देवीदास पिंगले, माणिकराव कोकाटे जैसे कई नाम हैं. बीजेपी के पास उम्मीदवारों की कमी नहीं है. शिंदे गुट में भी कई उम्मीदवार हैं."


महायुति ने अभी तक नासिक लोकसभा क्षेत्र के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. आज आधी रात के करीब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, नासिक के मौजूदा सांसद हेमंत गोडसे और शिंदे के नासिक जिले के प्रमुख अजय बोरस्ते के बीच एक गुप्त बैठक हुई. प्रचार के लिए कम दिन बचे हैं. ऐसी खबरें हैं कि गोडसे के नाम पर मुहर लगा दी गई है.


इस पर भुजबल ने कहा कि "नासिक लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की घोषणा जल्द से जल्द की जानी चाहिए. राजाभाऊ वाजे की उम्मीदवारी घोषित हुए काफी समय बीत चुका है. उनके अभियान का एक दौर भी पूरा हो चुका है." भुजबल ने मुस्कुराते हुए कहा कि "अगर हेमंत गोडसे को नामांकन मिलता है तो उन्हें खुशखबरी देनी चाहिए." 


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