IAS पद से निष्कासित पूजा खेडकर के साथ अब उनके माता-पिता भी गंभीर मामले में फंस गए हैं. पूजा के पिता दिलीप खेडकर और मां मनोरमा खेडकर के खिलाफ पुणे पुलिस ने गंभीर आरोपों में एफआईआर दर्ज की है. रिपोर्ट में बताया गया है कि एक 22 वर्षीय युवक के अपहरण मामले में उनका हाथ था. जब दिलीप खेडकर की तलाश में पुलिस उनके घर पहुंची तो मनोरमा ने टीम पर कुत्ते छोड़ दिए और अपने पति को पीछे के रास्ते भागने में मदद की.
दरअसल, मामला ट्रक क्लीनर के अपहरण से जुड़ा है. ट्रक और एक कार की टक्कर में एक मामूली विवाद हुआ, जिसके बाद कार चालक दो लोगों ने ट्रक के क्लीनर 22 वर्षीय लड़के को किडनैप कर अपनी कार में बैठा लिया. कार पूजा खेडकर के पिता की थी. ट्रक चालक ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और दिलीप खेडकर के घर तक पहुंची, लेकिन वहां मनोरमा खेडकर ने ड्रामा खड़ा कर दिया.
पहले रोड रेज और फिर किडनैपिंगमनोरमा खेडकर के खिलाफ पुणे की चतुःशृंगी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है. इस मामले की शुरुआत शनिवार (13 सितंबर) की शाम 6.00 से 7.00 बजे के बीच हुई. नवी मुंबई के ऐरोली इलाके में एक मिक्सर ट्रक की टक्कर लैंड क्रूजर कार से हो गई. कार का नंबर प्लेट 5000 था. आरोप है कि गाड़ी में बैठे दो लोगों ने ट्रक ड्राइवर और ट्रक क्लीनर से मारपीट की और प्रल्हाद कुमार नाम के क्लीनर को जबरन गाड़ी में बैठाकर उसे किडनैप कर लिया.
ट्रक ड्राइवर की शिकायत के बाद जब पुलिस ने गाड़ी का पीछा किया तो नवी मुंबई के रबाले थाने के पुलिस पुणे के बाणेर इलाके में बने एक बंगले तक पहुंची. यहां आकर पुलिस को पता चला कि यह बंगला पूजे खेडकर के पिता दिलीप खेडकर और मां मनोरमा खेडकर का है.
मनोरमा खेडकर पर आरोप- पुलिस पर छोड़े कुत्तेपुलिस ने जब गेट खोलने को कहा तब मनोरमा खेडकर ने पुलिसकर्मियों पर घर के कुत्ते छोड़ दिए. पुलिस के साथ उनका झगड़ा चल रहा था. इसी बीच दिलीप खेडकर दूसरे रास्ते से भाग गया. इस घटना का वीडियो रबाले पुलिस ने खुद शेयर किया है.
अपहरण के टाइम कार में थे दिलीप खेडकरपुलिस अब दिलीप खेडकर की खोज कर रही है. पुलीस का कहना है कि जब प्रह्लाद कुमार का अपहरण किया गया, तब गाड़ी में दिलीप खेडकर मौजूद था. दिलीप खेडकर खुद महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग में अधिकारी रह चुका है. रिटायरमेंट के बाद वो राजनीति में भी सक्रिय है.