महाराष्ट्र के नागपुर में 17 मार्च को हुई हिंसा के मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर किया है. हिंसा से ठीक पहले उसका एक वीडियो सामने आया है. इसमें वो अपने समर्थकों के साथ दिख रहा है पुलिस पर टिप्पणी कर रहा है. वह थाने के सामने कई लोगों के साथ खड़ा दिख रहा है.
फहीम शमीम खान ने क्या कुछ कहा?
फहीम खान कहता है, "ठीक है प्रदर्शन करना किसी के खिलाफ आपका संवैधानिक अधिकार है. हमारे कुछ बंदों ने जाकर विरोध किया उसके बाद ये प्रकरण सामने आया. पुलिसवालों ने लाठीचार्ज सिर्फ एक पक्ष पर किया. जबकि वो वहां पर शांतिपूर्वक ढंग से वहां बैठकर सिर्फ ये डिमांड रख रहे थे कि जिन्होंने धर्मग्रंथ जलाई उनको अरेस्ट करो और उनको लेकर आए."
वह आगे कहता है, "लेकिन मसला ये हुआ कि आज हमारे को डीसीपी और एसपी साहब ने आश्वासन दिया और हमेशा आश्वासन वाला लॉलीपॉप मिलता है जिसको हम बोलते हैं कि आप कल उसे बुलाओगे नोटिस देंगे और दो घंटे के बाद उसको सलाम दुआ कर देंगे. फिर उसका साहस बढ़ जाएगा और फिर वो वही काम करेगा."
कौन है फहीम शमीम खान?
एफआईआर के मुताबिक, फहीम शमीम खान माइनॉरटी डेमोक्रेडिट पार्टी यानी MDP का नेता है. इसने पहले थाने पर 50 से 60 लोगों की भीड़ को इकट्ठा किया. औरंगजेब की कब्र का विरोध करने वालों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन शाम चार बजे के करीब फहीम खान ने दंगा भड़काने के उद्देश्य से 400 से 500 लोगों को इकट्ठा किया. छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास नारेबाजी की गई. इस दौरान भड़काऊ नारेबाजी भी हुई. पुलिस के खिलाफ नाराजगी की भावना फैलाई गई.
अलग-अलग एंगल से जांच कर रही पुलिस
बता दें कि फहीम शमीम खान नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुका है. पुलिस नागपुर हिंसा की अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है. पुलिस बाहरी कनेक्शन भी खंगालने में जुटी है. तीन पुलिस स्टेशन में 1250 लोगों को आरोपी बनाया गया है. 100 से 200 लोगों की पहनाच की गई है.