महाराष्ट्र में स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव से पहले महायुती में सुलगी मतभेद की चिंगारी और भड़की हुई नजर आ रही है. बुधवार (19 नवंबर) को अचानक एकनाथ शिंदे दिल्ली पहुंचे. वो गृहमंत्री अमित शाह के साथ बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. शिंदे के दिल्ली जाने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार की अहम बैठक भी हुई है.
मंगलवार (18 नवंबर) को राज्य कैबिनेट की बैठक का शिंदे गुट की शिवसेना के सभी मंत्रियों ने बहिष्कार किया था. इसके बाद मंत्रियों के साथ एकनाथ शिंदे ने सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जताई थी. नेताओं के बीच नाराजगी दूर करने को लेकर चर्चा भी हुई थी लेकिन शायद मामला सुलझा नहीं.
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की बैठक
एकनाथ शिंदे के दिल्ली रवाना होने की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के ‘वर्षा’ निवास पर बैठक हुई. शिवसेना के मंत्रियों और एकनाथ शिंदे की बढ़ती नाराजगी कैसे दूर की जाए, इस पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई. अगर एकनाथ शिंदे की नाराजगी और बढ़ गई तो आगे क्या कदम उठाने होंगे, इस पर भी बैठक में विचार-विमर्श हुआ, इससे यह साफ हुआ है कि महायुती के तीनों दलों में सबकुछ ठीक नहीं है.
महायुति में क्यों उभरा मतभेद?
ऐसा कहा जा रहा है कि महायुति में ये मतभेद उस समय उभर कर सामने आया जब बीजेपी ने प्रदेश के कई हिस्सों में शिंदे गुट की शिवसेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कर लिया. इससे स्थानीय निकाय चुनाव से पहले ‘महायुति’ गठबंधन में विवाद खड़ा हो गया. बाद में सीएम देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के मंत्रियों के बीच बैठक हुई. जिसमें ‘महायुति’ के सहयोगी दलों के एक-दूसरे के नेताओं को पार्टी में शामिल करने से बचने की बात कही गई थी.
एकनाथ शिंदे के बिहार जाने की भी संभावना
वहीं, दिल्ली में बीजेपी के नेताओं से मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे के बिहार जाने की भी संभावना जताई जा रही है. ऐसी जानकारी सामने आई है कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान शिंदे ने वहां जाकर दो सभाएं की थीं, इसलिए, बिहार में एनडीए गठबंधन की जीत पर बधाई देने के लिए वो बिहार जाने वाले हैं.