Bhimrao Ambedkar Jayanti 2025: देशभर में सोमवार (14 अप्रैल) को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है. इस दिन सरकारी दफ्तरों से लेकर स्कूल और कॉलेजों तक बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने और राष्ट्र के लिए उनके योगदानों को याद किया जा रहा है. हर साल की तरह मुंबई में दादर स्थित चैत्यभूमि पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिससे दोनों डिप्टी सीएम के नाराज होने की बात सामने आ रही है.
दरअसल, बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और दोनों डिप्टी सीएम के भाषण आयोजित किए गए थे. सीएम फडणवीस से पहले डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का भाषण तय था लेकिन उनका भाषण नहीं हो पाया. डिप्टी सीएम अजित पवार के भाषण को भी हटा दिया गया. सूत्रों की मानें तो दोनों डिप्टी सीएम नाराज हैं.
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?
भीमराव आंबेडकर की जयंती पर भाषण न देने को लेकर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा, "आज भाषण पर विवाद करना उचित नहीं है. मै वहां डॉ बाबा साहेब आंबेडकर को अभिवादन करने गया था. इसलिए मेरे लिए यह भाषण उतना महत्वपूर्ण नहीं है. आप इस पर ज्यादा विवाद खड़ा न करें. जब मैंने बाबा साहेब आंबेडकर को अभिवादन किया तभी मैंने उनका एक अंश भी मेरे में आ जाए यही मनोकामना व्यक्त की है."
शिष्टाचार के हिसाब से भाषणों का क्रम होता है तय
बता दें कि हर साल चैत्य भूमि पर आंबेडकर की जयंती के मौके पर मुंबई महानगरपालिका और चैत्यभूमि मैनेजमेंट कमेटी की ओर से कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. बाबासाहेब की जयंती के अवसर पर आयोजित अभिवादन सभा में हर साल शिष्टाचार के हिसाब से भाषणों का क्रम निर्धारित किया जाता है और फिर उसी के मुताबिक भाषण दिए जाते हैं. इस बार अचानक कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया और सिर्फ राज्यपाल और मुख्यमंत्री का ही भाषण हो पाया.