Maharashtra Assembly Session: बजट सत्र के कामकाज के अंतिम दिन काम शुरू होते वक्त महाराष्ट्र विधान परिषद में केवल एकनाथ खड़से मौजूद थे. हालांकि मंत्री शंभुराज देसाई भागते हुए सदन में पहुंचे. सदन में एकनाथ खड़से, मंत्री शंभुराज देसाई के अलावा मंत्री जयकुमार रावल उपस्थित थे.
खडसे ने आरोप लगाया कि सदन में एक भी मंत्री नहीं था. मंत्रिमंडल में 42 मंत्री हैं लेकिन एक मंत्री मौजूद रहे ऐसी अपेक्षा कर सकते हैं. इसके बाद उन्होंने कहा कि आप शंभुराज देसाई भागते हुए आएं इसलिए आपका अभिनंदन करता हूं. एकनाथ खडसे ने सदन में कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार कितनी संवेदनशील है वो दिखता है. आपका रात को बहुत जगराता होता है. सुबह उठने में देर होती है.
खडसे ने ले ली मंत्री की क्लास
शंभुराज देसाई ने कहा कि ''मैं अधिकारियों से ब्रीफिंग ले रहा था.'' शंभुराज ने संक्षेप में यह कहकर बताने की कोशिश की कि मैं पहुंच गया था लेकिन लिफ्ट में समय लग गया. एकनाथ खडसे ने तंज करते हुए कहा कि आप ब्रीफिंग लेना चाहते हैं तो क्या हमारे पास करने के लिए काम नहीं है? ब्रीफिंग रात में होनी चाहिए. मैं भी 15 साल तक मंत्री रहा हूं. मुझे भी काम मालूम है. क्या हम कुछ नहीं जानते हैं?
खडसे ने उठाया जलगांव के अधिकारी का मुद्दा
खडसे ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई है. प्रदेश में घोटाले नहीं रुक रहे हैं. यह घोटालों की सरकार है. अधिकारी आश्वस्त हैं. राजनीतिक संरक्षण मिलने के कारण ऐसा हुआ है. जलगांव जिले के PWD में सोनवणे नाम के एक अधिकारी हैं. उन्हें सरकार से इतना प्यार है. मैं डेढ़ साल से उनके भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बात कर रहा हूं. इससे पहले जब रवींद्र चव्हाण मंत्री थे तो उन्होंने कहा था कि उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा. लेकिन कुछ नहीं किया गया. उनके खिलाफ 9 जांच चल रही हैं.
यह किसी के लिए महत्वपूर्ण होगा. यह एक मसाज केस है. मुंडे का इस्तीफा, कुणाल कामरा, औरंगजेब विषय थे. यहां किसानों के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए थी. अकादमिक चर्चा होनी जरूरी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. एकनाथ खडसे ने कहा कि राज्य का खजाना अस्त-व्यस्त है.