सीपी राधाकृष्णन ने भारत के उपराष्ट्रपति चुने जाने के कारण महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है. आचार्य देवव्रत अपनी गुजरात की जिम्मेदारी के साथ-साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल का कार्यभार भी संभालेंगे. 

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12 सितंबर को सीपी राधाकृष्णन का शपथ ग्रहण होगा. राष्ट्रपति भवन की ओर से ये जानकारी दी गई है. उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को 452 मत प्राप्त हुए हैं. इस जीत के साथ ही राधाकृष्णन अब देश के उपराष्ट्रपति का कार्यभार संभालेंगे.

10 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति के लिए हुई वोटिंग

नए उपराष्ट्रपति के लिए मंगलवार (10 सितंबर) को नई दिल्ली स्थित नए संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग हुई. इसके बाद वोटों की गिनती की गई, जिसमें सीपी राधाकृष्णन को जीत हासिल हुई. भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और INDIA ब्लॉक के प्रत्याशी बी सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला था. सुदर्शन रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज हैं.

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मतदान में 768 सांसदों ने डाला वोट

चुनाव आयोग के मुताबिक उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल वोटर संख्या 788 थी. इसमें 7 पद रिक्त रहने के कारण प्रभावी वोटर संख्या 781 रही. मंगलवार को हुए मतदान में 768 सांसदों ने वोट डाला, जबकि 13 सदस्य अनुपस्थित रहे. एनडीए प्रत्याशी सीपी राधाकृष्णन को 452 जबकि विपक्षी 'इंडिया' ब्लॉक के संयुक्त उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले.

सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर

सीपी राधाकृष्णन ने 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल पद की शपथ ली थी. गवर्नर रहते हुए उन्होंने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और ग्रामीण विकास पर जोर दिया था. महाराष्ट्र के राज्यपाल रहने से पहले उन्होंने झारखंड और तेलंगाना के राज्यपाल की भी जिम्मेदारी संभाली. साल 1998 में वे पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा सदस्य के तौर पर चुने गए. साल 1999 में वे दोबारा सांसद बने. वो बीजेपी में कई पदों पर रहे. 1957 में तमिलनाडु के तिरुप्पुर में राधाकृष्णन का जन्म हुआ. उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की पढ़ाई की है.