Sarkari Yojana Mela in Maharashtra: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सरकार के माध्यम से 'सरकारी योजना मेला' पहल शुरू करने का फैसला किया है. इसके अनुसार हर जिले में 'सरकारी योजनाओं का मेला' का आयोजन किया जाएगा. सीएम शिंदे ने बताया है कि इन सरकारी योजनाओं का लाभ कम से कम 75 हजार हितग्राहियों को दिया जायेगा.
दिए गए ये निर्देशएबीपी माझा में छपी खबर के अनुसार, हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने के लिए शासकीय योजनाओं की निष्पक्ष गतिविधियों को क्रियान्वित किया जाएगा. निर्देश दिए गए हैं कि व्यवस्था इस मेले के मद्देनजर किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट प्रतिदिन जिला लोक कल्याण प्रकोष्ठ को प्रस्तुत करना होगा. आजादी के 75 वर्ष के अवसर पर 36 विभागों के माध्यम से प्रत्येक जिले में कम से कम 75 हजार हितग्राहियों को 75 सरकारी योजनाओं की जानकारी और लाभ दिया जायेगा.
हितग्राहियों को मिलेगा लाभसरकारी योजनाओं के हितग्राहियों को योजना का लाभ तेजी से, कम कागजी कार्रवाई और सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क में दिया जाएगा. सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी तीन दिनों तक एक ही स्थान पर रहेंगे. इस मेले का मूल उद्देश्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करना, आवश्यक दस्तावेजों को मान्य करना, योजनाओं की जानकारी प्रदान करना है. मेले के माध्यम से अधिकारी जनता से सीधे संवाद कर सकेंगे.
इससे जनता की समस्याओं को करीब से देखा जा सकता है और उन समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है. विभिन्न योजनाओं के पात्र और लाभ प्राप्त करने वाले हितग्राहियों को मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा लाभ प्रमाण पत्र दिया जायेगा. विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को योजना स्वीकृति पत्र जारी करने का कार्यक्रम जिलेवार जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जायेगा.
एक छत के नीचे मिलेगा लाभ प्रशासन, सरकार और लोग साथ आएंगे तो आम जनता को कोई परेशानी नहीं होगी. इसे देखते हुए शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए सभी अधिकारी और जनता को मेले के रूप में एक छत के नीचे लाकर विभिन्न योजनाओं का लाभ जनता को दिया जायेगा. इस मेले के अनुसार सभी विभाग अपनी योजनाओं, सरकार के निर्णयों की जानकारी तैयार करेंगे. योजना के अनुसार हितग्राहियों के चयन और उनके आवेदन पत्र भरने की तैयारी की जानी है.
ये भी पढ़ें: Maharashtra: क्या उद्धव ठाकरे फिर बनेंगे सीएम? देवेंद्र फडणवीस के जवाब से एक बार फिर गरमाया राजनीतिक माहौल