मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) रेलवे स्टेशन पर 6 नवंबर की शाम अचानक रेलकर्मियों ने आंदोलन शुरू कर दिया, जिससे मध्य रेलवे की ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई. मोटरमैनों के इस अप्रत्याशित धरने से मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित हो गई है. 

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स्टेशन पर भारी भीड़ जमा हो गई और यात्रियों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा। बताया जा रहा है कि आंदोलन में करीब 50 से 60 मोटरमैन शामिल हैं, जिन्होंने स्टेशन परिसर में नारेबाजी करते हुए धरना शुरू किया.

क्या है आंदोलन की वजह?

रेल कर्मचारियों का यह आंदोलन मुंब्रा में हुए रेल हादसे से जुड़ा है, जिसमें 5 यात्रियों की मौत और 9 लोग घायल हुए थे. इस हादसे की आंतरिक जांच के बाद दो इंजीनियरों– वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर समर यादव और सहायक मंडल अभियंता विशाल डोळस– पर गैर इरादतन हत्या (IPC 304A) का मामला दर्ज किया गया था.

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रेलवे यूनियन ने इस कार्रवाई को गलत ठहराया है और इंजीनियरों के खिलाफ दर्ज मामला वापस लेने की मांग की है. यूनियन का कहना है कि यह निर्णय तकनीकी लापरवाही का नहीं बल्कि प्रबंधन की नीतिगत चूक का परिणाम था. जब तक मामला वापस नहीं लिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

मुंब्रा हादसे का विवरण

यह हादसा मुंब्रा के पास तब हुआ जब ट्रैक पर ऊपर-नीचे हुए हिस्से के कारण दो लोकल ट्रेनें एक-दूसरे के बेहद करीब आ गईं. एफआईआर के अनुसार, बारिश के कारण ट्रैक के नीचे की मिट्टी और गिट्टी बह जाने के बावजूद इंजीनियरों ने समय पर मरम्मत का कार्य नहीं किया। VJTI की जांच रिपोर्ट में बताया गया कि भारी बारिश के बाद पटरियों की वेल्डिंग अधूरी छोड़ी गई थी, जिससे ट्रैक असंतुलित होकर दुर्घटना का कारण बना. अब इस मामले में कार्रवाई के विरोध में रेलवे कर्मचारी एकजुट होकर आंदोलनरत हैं, जिससे रेल सेवाएँ प्रभावित हुई हैं. रेलवे प्रशासन ने हालात सामान्य करने के प्रयास तेज कर दिए हैं.

यात्रियों पर आंदोलन का भारी असर

सीएसएमटी पर मोटरमैनों के आंदोलन का सबसे अधिक असर आम यात्रियों पर पड़ा है. लोकल ट्रेनें बंद होने से स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ आई. कई लोग घर लौटने के लिए ट्रैक पर उतर गए, जिससे एक और हादसा हो गया. सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन के पास अंबरनाथ फास्ट लोकल ने चार यात्रियों को अपनी चपेट में ले लिया. इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हैं, जिनका इलाज जे.जे. अस्पताल में चल रहा है.

रेलवे अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि जल्द ही सेवाएँ बहाल करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. फिलहाल मुंबई लोकल नेटवर्क पर इस आंदोलन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है.