छत्रपति संभाजीनगर में बुधवार रात (1 अक्टूबर) एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई. सैयद इमरान शफीक नाम के रिक्शा चालक को उसके दो नाबालिग बेटों के सामने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. घटना इतनी क्रूर थी कि उसके हाथ और उंगलियाँ काट दी गईं और सिर व गर्दन पर कई बार वार किए गए.

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इमरान अपने 13 साल के बेटे अयान और 3 साल के बेटे अजान के साथ घर लौट रहे थे. घटना का समय बुधवार रात करीब 8:30 बजे बताया जा रहा है. सिल्क मिल कॉलोनी इलाके में फ्लाईओवर के नीचे रेलवे स्टेशन के पास एक कार ने उनका रिक्शा रोक लिया.

कार से 5-6 हमलावर उतरे और बच्चों को रिक्शा से बाहर निकाल दिया. इसके बाद इमरान पर हमलावरों ने हथियारों से हमला कर दिया.

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जब इमरान ने हथियार छीनने की कोशिश की, तो हमलावरों ने उसकी उंगलियाँ और दाहिनी कलाई काट दी. इसके बाद सिर और गर्दन पर कई वार करके उसे मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया. बच्चे इस क्रूर घटना के गवाह बने और डर के मारे चीखते रहे थे.

पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह

पुलिस के मुताबिक, हत्या के पीछे गैस कारोबार से जुड़ा पुराना विवाद बताया जा रहा है. घटना के बाद इलाके में लोगों में दहशत फैल गई. पड़ोसी और राहगीर घटना के बारे में सुनकर हैरान और परेशान हैं.

पुलिस ने 9 घंटे में गिरफ्तार किए तीन आरोपी

पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए महज 9 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी मुजीब डॉन, उसका सगा भाई सद्दाम हुसैन मोइनुद्दीन और बहनोई शेख इरफान शेख सुलेमान को जाल्टा फाटा से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि मुजीब डॉन के खिलाफ पहले से कई गंभीर मामले दर्ज हैं.

पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है. पुलिस का कहना है कि आरोपी गैस कारोबार को लेकर पुराने विवाद का बदला लेने के मकसद से इस क्रूर वारदात को अंजाम दिया.

वारदात के बाद इलाके में डर का माहौल है. लोग सड़कों पर निकलने में भी डर रहे हैं. बच्चों के सामने हुई इस हत्या ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है. पड़ोसी इस बात को लेकर हैरान हैं कि इतनी क्रूरता कैसे हो सकती है.