राज्य में एक ओर रायगढ़ और नासिक जिले के पालकमंत्री पद को लेकर महायुति में तनाव बना हुआ है, वहीं स्वतंत्रता दिवस पर किस जिले में कौन मंत्री ध्वजारोहण करेगा इस पर भी नाराज़गी का दौर चल रहा है. इसी बीच राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल को नासिक में ध्वजारोहण का अवसर नहीं मिला, जिससे उनके नाराज़ होने की चर्चा है. मंत्री भुजबल को गोंदिया जिले में ध्वजारोहण करने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया. अब उनकी जगह मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा स्वतंत्रता दिवस पर गोंदिया जिले में ध्वजारोहण करेंगे. इसके लिए सरकार की ओर से नया परिपत्र जारी किया गया है.

मंत्री छगन भुजबल का तबीयत के कारण इनकार

मिली जानकारी के अनुसार, गोंदिया जिले के पालकमंत्री बाबासाहेब पाटिल के घुटने का ऑपरेशन हुआ है और फिलहाल वे चल-फिर नहीं सकते. इसलिए ध्वजारोहण की ज़िम्मेदारी मंत्री छगन भुजबल को दी गई थी. लेकिन अब उन्होंने तबीयत के कारण इनकार कर दिया, जिसके बाद मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा स्वतंत्रता दिवस के ध्वजारोहण समारोह के लिए गोंदिया जाएंगे. 

भुजबल ने कहा, "मैं बिल्कुल नाराज़ नहीं हूँ. मुझे गोंदिया जाना संभव नहीं था, इसलिए मैंने मुख्यमंत्री से बात की.अंबादास दानवे ने जो पत्र मेरे बारे में लिखा है, वह मेरा विषय नहीं है, वह महिला और बाल कल्याण विभाग का विषय है."

नासिक में गिरीश महाजन के पास जिम्मेदारी

स्वतंत्रता दिवस के मद्देनज़र राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने सोमवार को यह सूची जारी की कि किस जिले में कौन मंत्री ध्वजारोहण करेगा. इसके अनुसार रायगढ़ में अदिती तटकरे और नासिक में गिरीश महाजन के पास यह ज़िम्मेदारी रहेगी. रायगढ़ में अदिती तटकरे का नाम घोषित होते ही मंत्री भरत गोगावले के नाराज़ होने की चर्चा शुरू हो गई है.

अजित पवार के हाथों बीड में ध्वजारोहण

उपमुख्यमंत्री और पालकमंत्री अजित पवार इस बार ध्वजारोहण के लिए बीड जाएंगे. वहीं पुणे में राज्यपाल के हाथों ध्वजारोहण होगा. पालकमंत्री पद संभालने के बाद अजित पवार पहली बार बीड में ध्वजारोहण करने जाएंगे. खास बात यह है कि पिछले हफ़्ते ही उन्होंने बीड का दौरा किया था, जहां उन्होंने विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए अपराधियों को सीधा चेतावनी दी थी.