Maharashtra News: NCP नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने खुलकर कैमरे पर माना कि मंत्रिपद न मिलने से वह अजित पवार और पार्टी से नाराज हैं. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता छगन भुजबन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अच्छा काम करने पर भी जगह ना मिले तो नाराज तो होंगे ही.
वहीं, धनंजय मुंडे की जगह मंत्री पद मिलने पर छगन भुजबल ने कहा, "किसी का मंत्री पद जाए, मैं ये नहीं चाहता हूं. मुझे नहीं चाहिए ऐसा मंत्री पद जो किसी और को हटा कर दिया जाए."
एक सवाल के जवाब में छगन भुजबल ने कहा, ''आप अच्छा काम कर रहे हो और आपको नौकरी से निकाल दिया जाए तो आप नाराज होंगे या हाथ पर हाथ धरे रहेंगे? इसमें क्या फर्क है?'' जब उनसे पूछा गया कि धनंजय मुंडे का मंत्री पद जाने वाला है. इस पर उन्होंने कहा, ''मैं कभी ऐसी इच्छा नहीं रखता हूं कि किसी की मंत्री पद जाए.'' महाराष्ट्र सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे की जगह खुद को मंत्री बनाएं जाने के सवाल पर कहा कि वे किसी अन्य की जगह नहीं आना चाहते हैं.
मंत्रियों की लिस्ट में नाम ना देखकर बिफरे थे भुजबल
महाराष्ट्र में 15 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. एनसीपी की तरफ से 9 विधायकों ने मंत्री के रूप में शपथ ली लेकिन उनमें छगन भुजबल का नाम नहीं था जो कि 2023 में शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ आए थे. उन्हें तब महायुति सरकार में मंत्री बनाया गया था लेकिन इस बार उन्हें जगह क्यों नहीं दी गई इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया.
इन पदों पर रह चुके हैं छगन भुजबल
कैबिनेट में शामिल ना किए जाने से छगन भुजबल ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी लेकिन इस तरह पहली बार वह कैमरे के सामने इसे स्वीकार करते हुए दिखे. भुजबल येवोला सीट से विोधायक हैं. वह महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं. वह उद्धव ठाकरे की सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति, उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय, स्टेट बॉर्डर डिफेंस विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. जबकि एकनाथ शिंदे सरकार में उन्हें फूड, सिविल सप्लाई और कन्ज्युमर प्रोटेक्शन विभाग दिया गया था.
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