पुणे में बीजेपी सांसद मेधा कुलकर्णी ने कोथरुड इलाके में नवरात्र उत्सव के दौरान आयोजित डांडिया कार्यक्रम को स्थानीय लोगों से शोर नियमों के उल्लंघन की शिकायत मिलने के बाद रुकवा दिया. मेधा कुलकर्णी ने दावा किया कि उन्हें वरिष्ठ नागरिकों और स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त लोगों सहित स्थानीय निवासियों से शिकायतें मिली थीं.
'तेज आवाज में गाने बजने की आ रही थी शिकायत'
राज्यसभा सदस्य सीधे कोथरुड के जीत ग्राउंड पहुंचीं, जहां शनिवार (27 सितंबर) को एक डांडिया कार्यक्रम हो रहा था और इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया. उन्होंने पत्रकारों को बताया, "शनिवार को मुझे कोथरुड इलाके के निवासियों से कई कॉल और संदेश मिले. स्थानीय लोगों ने नवरात्र के पहले दिन से ही डांडिया कार्यक्रम में स्पीकर सिस्टम पर तेज संगीत बजाये जाने की शिकायत की. यहां तक कि कैंसर रोगियों ने भी शोर की शिकायत की."
'शिकायत के बाद नहीं हुआ एक्शन'
सांसद मेधा कुलकर्णी ने भी कहा, इस संबंध में, हम पहले भी पुलिस को फोन करते रहे हैं, हमने डीसीपी कदम को फोन किया है, हमने पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार को भी कॉल किया है. हालांकि, शोर के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसलिए, हमें लगा कि हमें इसे कानूनी तरीके से करना चाहिए. इसलिए अब यह कार्यक्रम यहां नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले कार्यक्रमों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, इसलिए कार्यक्रम में आकर गरबा कार्यक्रम रुकवाना पड़ा.
'सीएम फडणवीस से करूंगी मुलाकात'
मेधा कुलकर्णी ने आरोप लगाया कि कोथरुड थाने, उपायुक्त और पुलिस आयुक्त को बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि मैंने पहले पुलिस को सूचित किया और फिर कार्यक्रम में गई. सांसद ने ये भी कहा कि वह जीत ग्राउंड पर इस तरह के आयोजन नहीं होने देंगी और इस मुद्दे पर चर्चा करने व 'जन आंदोलन' शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व पुलिस आयुक्त से मुलाकात करेंगी.