Maharashtra News: बीड में सरपंच संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख और गांव वालों ने अन्नत्याग आंदोलन शुरू किया है. आंदोलन को वारकरी संप्रदाय के प्रतिनिधि भागचंद महाराज झांजे का समर्थन प्राप्त है. उन्होंने धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन का ऐलान किया. संतोष देशमुख मस्साजोग गांव के सरपंच थे. प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग हत्याकांड में शामिल आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर परिवार को इंसाफ दिलाने की है. संतोष देशमुख मस्साजोग गांव के सरपंच थे.

9 दिसंबर 2024 को अपहरण कर संतोष देशमुख की हत्या कर दी गई थी. बता दें कि वारदात के 70 दिनों बाद भी मुख्य आरोपी कृष्णा अंधाले की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. कृष्णा अंधाले के पकड़ में नहीं आने से ग्रामीणों में नाराजगी देखी जा रही है. उन्होंने पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 11 जनवरी तक का समय दिया था. गांव वाले सतोष देशमुख हत्याकांड के खिलाफ ‘जल समाधि’ आंदोलन भी कर चुके हैं. गौरतलब है कि पवन ऊर्जा कंपनी से की जा रही जबरन वसूली का विरोध करना सरपंच संतोष देशमुख को भारी पड़ा था.

संतोष देशमुख हत्याकांड  

हत्या मामले में सुदर्शन घुले, सुधीर सांगले और सिद्धार्थ सोनवणे समेत अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुख्य आरोपी कृष्णा अंधाले अभी भी फरार है. घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने मृतक के परिवार से मुलाकात कर इंसाफ मिलने तक साथ खड़े रहने की घोषणा की है. मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिकी कराड का नाम भी हत्याकांड में सामने आया है.

अब अन्नत्याग आंदोलन

जबरन वसूली मामले के आरोपी वाल्मिकी कराड की गिरफ्तारी की मांग ने जोर पकड़ लिया है. बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है. गांव वाले मृतक के परिवार को इंसाफ दिलाने की मांग कर रहे हैं. मुख्य मांग सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी कर सख्त सजा दिलाने की है. प्रदर्शनारियों का कहना है कि संतोष देशमुख हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए. 

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