Eid al-Adha 2025: देश भर में बकरीद का त्योहार 7 जून को मनाया जाएगा. ऐसे में इसे लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है. महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बलि प्रथा पर दिए बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
अबू आजमी ने कहा, "ऐसे सब लोग बोलते रहते हैं, सबका जवाब देना जरूरी नहीं है, जिनको पक-पक करना है, करते रहें, जो कानून देश में है वो चलेगा. दुनिया में हर जगह 1400 साल से यह कुर्बानी की रीत चली आ रही है. कुर्बानी होती है और होती रहेगी."
गौसेवा के निर्देश पर क्या बोले अबू आजमी?उन्होंने गौसेवा आयोग पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गौसेवा समिति कोई फैसला नहीं ले सकती, फैसला मुख्यमंत्री का होता है और मुख्यमंत्री ने बाजार लगाने का निर्णय लिया है. यह फैसला किसानों के हक में है, न कि किसी विशेष धर्म के खिलाफ. उन्होंने साफ किया कि इस निर्णय से सबसे ज्यादा फायदा जानवर पालने वाले किसानों को होगा, सिर्फ मुसलमानों को नहीं.
वर्चुअल बकरीद पर अबू आजमी ने क्या कहा?महाराष्ट्र के मंत्री और बीजेपी नेता नितेश राणे के वर्चुअल बकरीद मनाने की सलाह पर अबू आजमी ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्योहार के कानूनी तरीके से मनाने की बात मान ली है, तो फिर 'छोट-भईया' जैसे नेताओं को चुप कराना चाहिए.
इसके अलावा, उन्होंने 'एक्स' पर बजरंग दल पर आरोप लगाते हुए लिखा कि नांदेड़ के धर्माबाद में कुर्बानी को रोकने के लिए दहशत फैलाने की कोशिश हो रही है. दल के लोग हथियारों के साथ मुस्लिम इलाकों में घूम रहे हैं, जो कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है.
अबू आजमी ने राज्य सरकार और पुलिस प्रमुख से सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जो समाज में डर का माहौल बना रहे हैं.
साथ ही, उन्होंने बताया कि अपने क्षेत्र मानखुर्द-शिवाजी नगर में ईद-उल-अजहा के मद्देनजर सफाई, पानी और कचरा प्रबंधन को लेकर अधिकारियों से बैठक की गई है. 'स्वच्छ गोवंडी अभियान' के तहत नागरिकों को जागरूक करने के लिए भी दौरा शुरू किया जाएगा.