Maharashtra News: लोकसभा चुनाव में अगर कोई सीट चर्चा में रही तो वह है अयोध्या (फैजाबाद) लोकसभा सीट. यहां से जीतकर आए समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने काफी सुर्खियां बटोरीं. यहां तक की शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की. आज मातोश्री में दोनों नेताओं की मुलाकात भी हुई. वहीं अब इस मीटिंग के बाद अवधेश प्रसाद ने खुलासा किया कि आखिर क्यों उद्धव ठाकरे उनसे मिलना चाहते थे.

सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने बताया, "उद्धव ठाकरे से मुलाकात करने आया था, क्योंकि वो जानना चाहते थे कि आखिर अयोध्या से हम कैसे जीते. जिस अयोध्या में बीजेपी ने राम मंदिर बनाया. नारा दिया 'जो राम को लाये है हम उनको लाएंगे.' उसके बाद भी अयोध्या की जनता ने बीजेपी को रिजेक्ट कर दिया. उद्धव ठाकरे यह समझना चाहते थे."

अवधेश प्रसाद ने आगे कहा, "बहुत अच्छी मुलाकात हुई. यूपी की जनता बीजेपी के शासन से परेशान हो गई है. इसलिए लोकसभा में इन्हें सबक सिखाया. अब विधानसभा उपचुनाव में भी सबक सिखाएगी."

वहीं कांवड़ मार्ग की दुकानों पर नेमप्लेट विवाद पर प्रसाद ने कहा, "जो फरमान योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान नेमप्लेट लगाने को बोला, यह सरकार की सांप्रदायिक सोच दिखाता है. यह नागरिक की इच्छा की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है. यह सिर्फ राज्य का माहौल खराब करने के लिए आदेश जारी हुआ है. योगी सरकार को करने को कुछ नहीं है, इसलिए इस तरह के बेतुके आदेश दे रहें." 

उन्होंने दावा किया कि यूपी में सभी दस विधानसभा उपचुनाव में सपा जीतेगी. जनता अखिलेश यादव के पीडीए के साथ है. अध्यक्ष जिस भी उम्मीदवार को टिकट देंगे. हम पूरी ताकत से उस उम्मीदवार को जिताने में लगा देंगे."

लोकसभा चुनाव में भी राष्ट्रपति से लेकर कई बड़े लोगों को अयोध्या राम लला दर्शन कराने लाए. इतनी ताकत बीजेपी ने लगाई, फिर भी लोकसभा चुनाव यूपी में हारे. अब इन दस सीटों पर बीजेपी कितने भी पर्यवेक्षक रख ले, कोई फायदा नहीं होने वाला है.

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